फर्जी दस्तावेजों के सहारे बैंक अकाउंट खोलकर 20 लाख रुपए…- भारत संपर्क
20 हजार रुपये की लालच में महिला ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे बैंक अकाउंट खोल लिया लेकिन पर्दाफाश होते ही वह धोखाधड़ी के आरोप में पकड़ी गई। 26 जून को तोरवा स्थित ग्रामीण बैंक में माला सोमावार के नाम पर बैंक खाता खोला गया, जिसमें गवाह के रूप में रिकवरी एजेंट सिद्धार्थ शर्मा और कुलदीप पांडे मौजूद थे ।26 जून को खाता खोला गया और 30 अगस्त को मोहित केरकेट्टा के एसबीआई मंगला बिलासपुर के खाते से 20 लाख रुपए माला सोमावार के खाते में आरटीजीएस के माध्यम से ट्रांसफर किए गए। इधर इसकी जानकारी होने पर 3 सितंबर को मोहित केरकेट्टा ने ग्रामीण बैंक पहुंचकर फर्जीवाड़ी की जानकारी दी और कहा कि माला सोमावार के खाते में 20 लाख रुपए होल्ड किया जाए। उन्होंने फर्जीवाड़ा का आरोप लगाया, जिस पर बैंक द्वारा माला सोमावार के दस्तावेज जांच किए गए तो आधार कार्ड अमान्य पाया गया।
इसकी शिकायत तोरवा थाने में भी दर्ज कराई गई। मोहित केरकेट्टा ने बताया कि उनकी भाभी माला सोमावार पिछले 8-10 साल से मुंबई में रहती है और उन्होंने ग्रामीण बैंक तोरवा में कोई खाता नहीं खोला है। बैंक मैनेजमेंट ने सुरक्षा के तहत एटीएम और चेक बुक को ब्लॉक कर दिया। इसके बाद फर्जी दस्तावेज के जरिए खाता खोलने वाली आरोपी की तलाश शुरू की तो फिर उनके हाथ नूनचुई तखतपुर निवासी दुरपति बडकर लग गई। पूछताछ में उसने बताया कि उनके पड़ोसी रवि नवरंग ने उनसे कहा था कि वह माला सोमावार बनाकर बैंक में खाता खोल ले, इसके एवज में उसे ₹20,000 दिए जाएंगे । लालच में पड़कर उसने माला सोमावार बनकर बैंक में खाता खोला था। उसके पास से ही पासबुक एटीएम और चेक बुक बरामद हुआ। पुलिस ने धोखाधड़ी के आरोप में दुरपति बडकर को गिरफ्तार किया है । इस मामले में उसके साथियों के खिलाफ भी कार्यवाही की तैयारी है। यह लोग फर्जी तरीके से बैंक अकाउंट खोलकर 20 लाख रुपए निकालने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन इसमें वे कामयाब नहीं हो पाए और उसके पहले ही पकड़े गए।
error: Content is protected !!