फोरलेन कोरबा कुसमुंडा मार्ग बना जी का जंजाल, बारिश थमते ही…- भारत संपर्क

0

फोरलेन कोरबा कुसमुंडा मार्ग बना जी का जंजाल, बारिश थमते ही सड़क से उड़ रही धूल कर रही परेशान

कोरबा। कुसमुंडा फोरलेन की अधूरी सड़क यहां रहने वाले लोगों के लिए जी का जंजाल बन गया है। सर्दी हो या गर्मी कभी राहत नहीं है। बारिश में सड़क पर गड्ढों में पानी जमा हो जाता है। इससे सफर करना और मुश्किल हो जाता है। अब बारिश थमते ही धूल के उड़ रहे गुबार ने परेशानी बढ़ा दी है। यह स्थिति पिछले कई साल से बनी हुई है। हाल ही में गत 24 अगस्त को क्षेत्र के लोगों ने शासन प्रशासन का ध्यान जर्जर और यहां भर रहे पानी को लेकर खींचने का प्रयास किया। इसके लिए लोग सड़क पर उतरे। गड्ढों में भरे गंदे पानी से स्नान किया। प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन तक अपनी समस्याओं को पहुंचाने का प्रयास किया। लोगों को उम्मीद थी कि शायद शासन-प्रशासन कुसमुंडा क्षेत्र की सड़क की सुध लेकर निर्माण कार्य शुरू करेगा। लेकिन अभी तक सड़क पर काम शुरू नहीं हुआ है। स्थिति पहले से और अधिक खराब हो गई है। इस बीच बारिश बंद होने से सड़क पर जमा कोल डस्ट और मिट्टी के कण छोटी बड़ी गाड़ियों के चलने से हवा में उड़कर आसपास के मकानों तक पहुंच रहा है। सड़क किनारे स्थित मकानों और दुकानों की दीवार काली हो गई है, जो इस बात का प्रमाण है कि यहां की आबो हवा ठीक नहीं है। कोल डस्ट और मिट्टी के उड़ते कण से न सिर्फ यहां रहने वाले परेशान हैं, बल्कि राहगीर भी चिंतित हैं। सड़क की जर्जर स्थिति से कुसमुंडा क्षेत्र की जनता नाराज है। लोगों का कहना है कि पहले क्षेत्र की जनता ने अपना प्रतिनिधि चुना था, उन्होंने अपने कार्यकाल में सड़क नहीं बनाया। अभी कुसमुंडा के लोगों ने जिन्हेें अपना प्रतिनिधि चुना है, वे भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। जबकि कई बार ऐसे मौके आएं हैं, जब चुने गए जनप्रतिनिधि यहां से चमचमाती गाड़ियों में निकल गए हैं। इस सड़क से उन्होंने मुंह फेर लिया है। सड़क नहीं बनाए जाने से यहां निवासरत लोगों व व्यवसायियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
बॉक्स
हर 4-5 घंटे में झाडू लगाने की पड़ रही जरूरत
लोगों ने बताया कि अब तो सड़क और खराब हो गई है। कोल डस्ट उड़ रहा है। गड्ढों में कोयले का चूर्ण डाल दिया गया है। बारिश थमने के बाद अब कोल डस्ट उड़ रहा है। बारिश में यह कीचड़ बन गया था। हमारे लिए आगे कुआं पीछे खाई जैसी स्थिति है। नेता और जनप्रतिनिधि हवा हवाई निर्देश दे रहे हैं। इसका धरातल पर कोई असर नहीं दिख रहा है। कोल डस्ट सभी के घरों में घुस रहा है। हर 4-5 घंटे में झाडू लगाने की जरूरत पड़ती है। हमारे आंदोलन के बाद भी प्रशासन की ओर से गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है, केवल खानापूर्ति की जा रही है।

Loading

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Weight Loss Tips: डाइट में किया बस 1 बदलाव और कुछ ही हफ्ते में महिला ने घटा लिया…| सहारनपुर: रात में आकर पेट्रोल पंप पर चिपका गए अपना QR कोड… मिजोरम पहुंचने… – भारत संपर्क| दो बार की शादी, दोनों पत्नियां आशिक संग फरार… माथा पीटता रह गया पति; 2…| Asia Cup 2025: भारत-पाकिस्तान हैंडशेक विवाद के बाद ACC का बड़ा फैसला, जानें… – भारत संपर्क| DUSU Election Result: दिल्ली यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष की क्या पावर होती है और क्या…