जीएसटी कटौती: रोजमर्रा की सामानों की कीमत हुई कम, ग्राहकों…- भारत संपर्क
जीएसटी कटौती: रोजमर्रा की सामानों की कीमत हुई कम, ग्राहकों की जेब पर कम होगा भार
कोरबा। त्योहारी सीजन से पहले उपभोक्ताओं के लिए बड़ी खुशखबरी है। अब आपके घर की रोजमर्रा की जरूरतें जैसे- साबुन, शैम्पू, बिस्किट, कॉफी चीज और बटर जैसे उत्पाद पहले से कम दाम पर मिलेगी। केंद्र सरकार द्वारा उत्पादों में जीएसटी कटौती के बाद एफएमसीजी कंपनियों ने नई दरों के साथ नया स्टॉक देने शुरू कर दिया है। अब जो एफएमसीजी प्रोडक्ट्स बाजार पहुंचे हैं, उन सभी में जीएसटी के नए स्लैब लागू हैं। इसका सीधा फायदा ग्राहकों को मिलेगा। त्योहारी सीजन सामने है, जिनमें इन एफएमसीजी प्रोडक्ट्स की काफी डिमांड रहेगी। थोड़ा ही सही, इससे ग्राहकों की जेब पर भार कम होगा। कोरब की तमाम किराना दुकानों से लेकर सुपर मार्केट में भी नए जीएसटी स्लैब को अपडेट करना होगा। कंपनियों की ओर से पूर्व में जारी उत्पादों पर लगे जीएसटी भार को कम किया जा रहा है।
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इनके कम होंगे दाम
18 से घटकर हुए 5 फीसदी- हेयर ऑइल, शैम्पू, टूथपेस्ट, टॉयलेट सोप, टूथ ब्रश, शेविंग क्रीम, बिस्कुट, कॉफी, आइसक्रीम, साबुन।
12 से घटकर हुए 5 फीसदी- बटर, घी, चीज, डेयरी प्रोडक्ट्स, पैकेट नमकीन, बेबी केयर, डायपर, फीडिंग बॉटल।
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कम कीमत वाला स्टॉक भेजना शुरू
नए टैक्स रेट सोमवार से लागू हो गए हैं, लेकिन बड़ी एफएमसीजी कंपनियों ने अभी से ही अपने रिटेलर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स को कम कीमत वाला स्टॉक भेजना शुरू कर दिया है। कंपनियां टैक्स के अंतर को खुद वहन कर रही हैं, ताकि ग्राहकों तक सस्ती कीमत तुरंत पहुंचे। जिन प्रोडक्ट्स में जीएसटी स्लैब कम हुआ है, उनको नए सिरे से सिस्टम में अपडेट करने का काम पूरा हो गया है। वहीं, कुछ स्टॉक जो पहले से मौजूद है उनमें लगने वाले जीएसटी को भी कम किया गया है। इससे उन प्रोडक्ट्स के दामों में कमी आ गई है।
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ग्राहकों को मिलेगा फायदा
उद्योग विशेषज्ञों का कहना है कि त्योहारी सीजन में ब्रांड्स बिक्री बढ़ाने के लिए कुछ छूट जरूर देंगे, लेकिन उतनी राहत नहीं मिलेगी जितनी एफएमसीजी सेक्टर में मिल रही है। बहरहाल, जीएसटी में मिली छूट के बाद सामान्य परिवारों को बड़ी राहत मिली है। इससे उनका महीने के राशन और एफएमसीजी प्रोडक्ट में लगने वाली लागत थोड़ी कम हो जाएगी। आम तौर पर हर घर में एफएमसीजी प्रोडक्ट्स पर करीब 1 हजार से 2200 रुपए तक खर्च होता है, वहीं अब नए स्लैब के बाद यह ग्राहक करीब हजार रुपए की बचत करेंगे।