Durga Puja 2025: आदिशक्ति का विराट रूप, स्टील की प्रतिमा…कोलकाता का सबसे अनोखा…


कोलकाता में मां दुर्गा का भव्य पंडाल, स्टीनलेस स्टील से बनी प्रतिमाImage Credit source: arjunpuramrasabaiclub
देशभर में नवरात्रि के दौरान जगह-जगह पर मां दुर्गा के पंडाल सजाए जाते हैं, जिसमें डांडिय-गरबा की धूम देखने को मिलती है. वहीं बंगाल में आदिशक्ति के विराट स्वरूप की पूजा की जाती है और यहां की दुर्गा पूजा दुनियाभर में मशहूर है. हर साल अलग-अलग थीम देखने को मिलती हैं और इनमें से कई की भव्यता और अनूठापन हैरान कर देता है. इस साल भी कोलकाता में ऐसा ही दुर्गा पंडाल सजा है जो सबसे ज्यादा लोगों को आकर्षित कर रहा है. दरअसल यहां पर इंटीरियर से लेकर मां दुर्गा की प्रतिमा तक खासतौर पर डिजाइन किया गया है, जो सोचने पर मजबूर कर देगा. इसमें आपको परंपरा के साथ कला और आधुनिकता का संगम देखने को मिलेगा. मां आदिशक्ति जगदम्बा का विराट रूप तो आपको मंत्रमुग्ध कर ही देगा. इसके अलावा शस्त्रों से लेकर सिंहासन और पूरे पंडाल की डिटेलिंग सोच में डाल देगी.
नवरात्रि में एक बार बंगाल की दुर्गा पूजा तो सभी को अटेंड करनी चाहिए. मां के भव्य स्वरूप, ढाक की थाप, पारंपरिक धुनुची नृत्य और भक्ति से भावविभोर लोग…इस दौरान यहां की स्प्रिच्युअल एनर्जेटिक वाइब्स आपको अंदर तक फील होती हैं. दुर्गा पंडालों की भव्यता देखने लायक होती है. चलिए जान लेते हैं कोलकाता के इस अनोखे दुर्गा पंडाल के बारे में जो 2025 में लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है.
कलाकार की साकार कल्पना
अमरा सबाई क्लब की तरफ से बनाए गए इस पंडाल और मां की विराट प्रतिमा को डिजिटल कलाकार शोविन भट्टाचार्य ने तैयार किया है. इसी के साथ दूसरा नाम है कलाकार शम्पा का. जहां मां की प्रतिमा में शोविन भट्टाचार्य ने स्टीनलेस स्टील से कवच, से लेकर शस्त्रों तक की डिटेलिंग की है और एक एनर्जेटिक वाइब क्रिएट की है तो वहीं कलाकार शम्पा ने प्रतिमा में मां के वात्सल्य से भरपूर भाव को सौम्यता और भाव को दर्शाने का काम किया है.
मां का विराट रूप कर रहा मंत्रमुग्ध
इस पंडाल में मां दुर्गा विराट रूप में नजर आ रही हैं. वह पारंपरिक रूप से शेर या सिंहासन पर विराजी हुई नहीं हैं, बल्कि उनकी लंबरूप प्रतिमा है. मां को शस्त्रों के साथ शेर पर पैर रखे हुए किसी योद्धा की तरह देखा जा सकता है जो महिला शक्ति की भावना को और मजबूत बनाती है. मां का ये रूप मंत्रमुग्ध तो कर ही रहा है साथ ही आपको एनर्जी से भी भर देगा. उनका ये स्वरूप शक्ति और बुराई से लड़ने का प्रतीक है.
शक्ति-शिक्षा का संगम
मां दुर्गा की प्रतिमा को स्टील से बनाने के पीछे का उद्देश्य सिर्फ शक्ति को प्रदर्शित करना ही नहीं, बल्कि ये शिक्षा को भी दिखाती है, क्योंकि प्रतिमा में कवच और मुकुट में की गई डिटेलिंग में विज्ञान की झलक देखने को मिलती है. प्रतिमा के अलावा पंडाल की ब्लू लाइटिंग और डिजाइन अंतरिक्ष में पहुंचने जैसा एडमॉसफायर क्रिएट करते हैं.
साकार हो गई हो डिजिटल दुनिया
पंडाल के बाहर का डिजाइन भी बहुत अट्रैक्टिव और हैरान कर देने वाला है, जिसमें पहुंचकर आपको लगेगा जैसे डिजिटल दुनिया साकार हो गई हो और आप किसी फिल्म के सेट पर पहुंच गए हो. डायनेमिक डिजाइन देखकर लगेगा जैसे स्पेस स्टेशन का नजारा हो. ये पंडाल कोलकाता में अर्जुनपुर रोड, एनसी-15, तलतला में पड़ता है.