गाजा जंग खत्म करने का अमेरिका ने दिया जो प्लान उसकी 3 शर्तें बदलवाना चाहता है कतर,… – भारत संपर्क


कतर के प्रधानमंत्री अल थानी
गाजा के शांति प्रस्ताव की शर्तों में 3 बदलाव हो सकते हैं. हमास के कहने पर कतर ने इसकी पैरवी शुरू कर दी है. कतर के प्रधानमंत्री अल थानी ने खुद इसकी कमान संभाल ली है. थानी ट्रंप प्रशासन के संपर्क में है और कहा जा रहा है कि जल्द ही इन 3 शर्तों पर नया अपडेट आ सकता है.
दरअसल, 2 दिन पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ 20 सूत्रीय पीस प्लान जारी किया. इसमें युद्ध विराम से लेकर गाजा और फिलिस्तीन के विकास तक के बारे में बताया गया है.
इन 3 शर्तों पर हमास को ऐतराज
1. डोनाल्ड ट्रंप ने बफर जोन का मैप बनाकर यह जरूर बताया है कि इजराइली सैनिक फिलिस्तीन से बाहर निकल जाएंगे, लेकिन यह नहीं बताया है कि कब तक वापस आएंगे?
2. डोनाल्ड ट्रंप ने यह जरूर कहा कि हमास अगर शर्तों को नहीं मानता है तो उस पर अमेरिका एक्शन लेगा, लेकिन यह नहीं बताया कि भविष्य में अगर इजराइल शर्तों को तोड़ता है तो अमेरिका का रूख क्या होगा?
3. फिलिस्तीन और गाजा का जो समझौता हो रहा है, उसमें हमास अहम फैक्टर है. शर्तों में कहा गया है कि हमास को गाजा से बाहर किया जाएगा, जबकि पहले जो प्रस्ताव कतर ने दिया था, उसमें कहा गया था कि हमास के लड़ाके अहिंसक तरीके से गाजा में रह सकते हैं. यानी सत्ता में उसकी भागीदारी हो सकती है.
कतर चाह रहा है तीनों पर सफाई
कतर के प्रधानमंत्री अल थानी ने अमेरिकी वार्ताकारों से संपर्क साधा है. कतर की डिमांड यह है कि इन तीनों ही शर्तों पर अमेरिका फिर से विचार करे. इसके बाद डोनाल्ड ट्रंप इस पर बयान दे. कतर का कहना है कि हमास के हां कहने से जंग तो रूक जाएगा, लेकिन यह अस्थाई होगा.
दूसरी तरफ कतर में हमास के अधिकारी ट्रंप के प्रस्ताव पर अध्ययन कर रहे हैं. हमास को जवाब देने के लिए 4 दिन का वक्त मिला है. जवाब न देने पर अमेरिका इस डील से खुद को बाहर कर लेगा.
हमास और इजराइल के बीच 2 साल से जंग जारी है. इस जंग में अब तक फिलिस्तीन के 66 हजार से ज्यादा नागरिक मारे जा चुके हैं.