AU Part Time PhD: नौकरी के साथ भी कर सकते हैं PhD… इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से…

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AU Part Time PhD: नौकरी के साथ भी कर सकते हैं PhD… इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से…
AU Part Time PhD: नौकरी के साथ भी कर सकते हैं PhD... इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से पार्ट टाइम पीएचडी के लिए 20 अक्टूबर तक करें आवेदन

इलाहाबाद यूनिवर्सिटीImage Credit source: Social Media

AU Part Time PhD: पीएचडी करने का सपना प्रत्येक पोस्ट ग्रेजुएट का होता है. बेशक पीएचडी की डिग्री का प्रयोग जाॅब्स में न करना हो, लेकिन अपने नाम के आगे डॉक्टर लगाने का शौक पीएचडी करने के लिए अधिकांश लोगों को प्रेरित करता है, लेकिन एक बार पढ़ाई छोड़ने के बाद 90 फीसदी से लाेग अपने पीएचडी करने के शौक को पूरा नहीं कर पाते हैं. क्योंकि आम धारणा है कि पीएचडी करने के लिए नौकरी से ध्यान हटाना पड़ेगा यानी नौकरी से विराम लेना पड़ेगा, लेकिन ये अर्धसत्य है. अब नौकरी के साथ पीएचडी पूरी की जा सकती है. इलाहाबाद यूनिवर्सिटी (AU) ने पार्ट टाइम पीएचडी के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं. आवेदन की आखिरी तारीख 20 अक्टूबर है. AU की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है.

आइए जानते हैं कि क्या पार्ट टाइम पीएचडी वैध है? इसे कौन कर सकता है? कितने समय में इसे पूरा किया जा सकता है? साथ ही AU पीएचडी दाखिला का पूरा प्रोसेस भी जानेंगे.

पार्ट टाइम पीएचडी को यूजीसी ने कब दी मान्यता

असल में यूजीसी के 7 नवंबर 2022 को जारी सर्कुलर के बाद पार्ट टाइम पीएचडी की राह खुल सकी है. इस सर्कुलर में यूजीसी ने पीएचडी से जुड़े नियमों में बदलाव किया है. इसमें वाइवा से लेकर थीसिस जमा करने के नियमों में बदलाव किया गया था. पूर्व तक सरकारी समेत सेवारत कर्मियों को शोध यानी पीएचडी करने के लिए स्टडी लीव लेनी पड़ती थी, लेकिन 7 नवंबर 2022 के बाद प्रभावी बदलावों में इससे छूट दी गई है.

इसके साथ ही पीएचडी थीसिस के लिए सुपरवाइजर चुनने, रिटायर्ड शिक्षकों को गाइड बनाने, रिसर्च पेपर में दो रिसर्च प्रकाशित कराने से छूट दी गई. इसके साथ ही नियम बनाया गया है कि रिसर्च पेपर जमा कराने के बाद यूनिवर्सिटी को अधिकतम छह महीने के भीतर वाइवा आयोजित करना होगा. इसके साथ ही रिसर्चर ऑनलाइन भी मौखिक परीक्षा में शामिल हो सकते हैं.

क्या है पार्ट टाइम पीएचडी, कौन कर सकता है?

AU ने फुल टाइम समेत पार्ट टाइम पीएचडी के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं. AU की तरफ से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार पार्ट टाइम पीएचडी 3 से 5 साल में पूरी की जा सकती है. पार्ट टाइम पीएचडी के लिए किसी प्रतिष्ठित सरकारी विभाग/सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम/अनुसंधान एवं विकास संगठन/संस्थान में सेवारत कर्मी आवेदन कर सकते हैं, लेकिन उनके पास कम से कम 5 साल वर्क एक्सपीरियंस होना चाहिए.

पार्ट टाइम पीएचडी में दाखिला के लिए यूजीसी नेट की आवश्यकता नहीं है, लेकिन अभ्यर्थी को अपनी सेवादाता कंपनी की तरफ से नो आब्जेक्शन सर्टिफिकेट जमा कराना होगा. हालांकि दाखिला कुलपति की अनुमति के बाद ही दिया जाएगा. जरूरी है कि पोस्ट ग्रेजुएशन में 50 फीसदी नंबर होने चाहिए.

सीटें और फीस

AU में पार्ट टाइम पीएचडी के लिए निर्धारित सीटों की बात करें तो इसको लेकर नोटिफिकेशन में स्पष्ट किया गया है, जिसके तहत प्रत्येक सुपरवाइजर के हिसाब से एक सीट पार्ट टाइम पीएचडी के लिए निर्धारित है. वहीं फीस की बात करें तो अभ्यर्थियों को 25,000 रजिस्ट्रेशन फीस, 20 हजार रुपये प्री-PhD कोर्स फीस, 50 हजार एनुअल फीस, 10 हजार लैब डेवलपमेंट (साइंस), 30 हजार रुपये थीसिस सबमिशन फीस निर्धारित की गई है.

AU PhD 2026 एडमिशन का आधिकारिक नोटिफिकेशन इस लिंक पर क्लिक कर देखा जा सकता है

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