Viral: कर्मचारी ने Resignation Letter में लिख दी ऐसी बात, लोग बोले- Loyalty is a myth…
कर्मचारी ने लिखी दिल की बातImage Credit source: Social Media
यह सच है कि आज के समय में बहुत से युवाओं के लिए एक स्थायी नौकरी किसी जीवनरेखा से कम नहीं होती. यही नौकरी उनके परिवार की ज़रूरतें पूरी करने में मदद करती है. लेकिन जब वही कार्यस्थल धीरे-धीरे तनाव और नकारात्मक माहौल से भर जाता है, तो यह सहारा बोझ बन जाता है. कई बार अच्छे पद और बेहतर वेतन के बावजूद काम असहनीय हो जाता है, खासकर तब जब बॉस या प्रबंधन का रवैया सहयोगी न हो. ऐसी स्थिति में कई कर्मचारी मजबूर होकर इस्तीफा देने का फैसला लेते हैं.
हाल ही में एक ऐसा ही मामला सामने आया जिसने इंटरनेट पर खूब ध्यान खींचा. यह घटना तंजानिया की एक निर्माण कंपनी JAY Decor से जुड़ी है. इस कंपनी के इंस्टाग्राम पर एक लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं. कंपनी ने अपने आधिकारिक पेज पर अपने एक कर्मचारी द्वारा लिखा गया इस्तीफा साझा किया, जो देखते ही देखते वायरल हो गया.
क्या लिखा लेटर में?
इस कर्मचारी का नाम ए. सी. मिन्जा (A.C. Minza) बताया जा रहा है. उन्होंने जो पत्र लिखा, वह छोटा था लेकिन बेहद प्रभावशाली. शब्दों की सादगी के बावजूद उसमें गुस्सा, थकान और निराशा साफ झलक रही थी. मिन्जा ने अपने बॉस और कंपनी की नीतियों से परेशान होकर इस्तीफा देने का निर्णय लिया और अपनी नाराजगी को सीधी, सच्ची भाषा में व्यक्त किया.
अपने इस्तीफे में उन्होंने लिखा, प्रिय सर, मैं इस्तीफा दे रहा हूं क्योंकि इस कंपनी में सिर्फ टारगेट बढ़ते हैं, सैलरी नहीं. मैं काम करता हूं, जादू नहीं. यह एक साधारण वाक्य लग सकता है, लेकिन इसमें छिपा संदेश बहुत गहरा है. यह उन तमाम कर्मचारियों की आवाज़ है जो दिन-रात मेहनत तो करते हैं, मगर उन्हें उसका उचित फल नहीं मिलता.
इस पत्र पर कंपनी की आधिकारिक मुहर भी लगी हुई थी, जिससे यह साफ होता है कि यह कोई मज़ाक नहीं बल्कि एक वास्तविक इस्तीफा था. JAY Decor ने खुद इस पत्र की तस्वीर अपने इंस्टाग्राम पर साझा की, शायद एक हल्के अंदाज़ में या यह दिखाने के लिए कि उन्हें ऐसे इस्तीफे से फर्क नहीं पड़ता. लेकिन इंटरनेट पर प्रतिक्रिया कुछ और ही रही.
यहां देखिए पोस्ट
अंततः यह कहानी हमें यह सिखाती है कि सम्मान और संतुलन हर पेशे में जरूरी है. कोई भी कंपनी तभी आगे बढ़ सकती है जब उसके कर्मचारी संतुष्ट और प्रेरित हों. केवल टारगेट्स बढ़ाने से नहीं, बल्कि कर्मचारियों को उचित मूल्य, समझ और सम्मान देने से असली सफलता मिलती है. ए. सी. मिन्जा का यह छोटा-सा इस्तीफा शायद कुछ प्रबंधकों के लिए एक बड़ा सबक बन जाए.
