अशोक वाटिका नहीं खुला तो लोगों का भड़का आक्रोश – भारत संपर्क
अशोक वाटिका नहीं खुला तो लोगों का भड़का आक्रोश
कोरबा। आवश्यक सुधार के नाम से नगर निगम द्वारा बंद की गई अशोक वाटिका 9वें दिन खुली जरूर, लेकिन तब जबकि यहां पहुंचे लोगों ने अधिकारियों को कई कॉल किये। हालांकि इस प्रक्रिया में भी 40 मिनट लग गए। नाराजगी के बीच लोगों ने वाटिका का भ्रमण किया। उम्मीद है कि शाम को वाटिका खुलेगी और फिर कुछ नौटंकी हुई तो हंगामे के आसार भी बन सकते हैं।
भले ही सुधार के बहाने 20 मार्च से नगर निगम ने अशोक वाटिका को बंद कर रखा था, लेकिन असली कारण बताया जा रहा है कि विद्युत कनेक्शन काटे जाने के चक्कर में सबकुछ झमेला हुआ। इसके लिए नगर निगम और अशोक वाटिका के ठेकेदार को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। लोगों को जानकारी यही है कि इस परिसर का संचालन मूल रूप से नगर निगम कर रहा है। जबकि निगम ने दूसरी व्यवस्था बना रखी है। खबर के अनुसार लंबे समय से भुगतान संबंधी गड़बड़ी बरतने पर सीएसईबी ने पिछले दिनों यहां निरीक्षण किया और इसके साथ डिस्कनेक्शन की कार्रवाई की। विद्युत व्यवस्था से संबंधित मसले को लेकर निगम को 9 लाख रुपए से ज्यादा का नोटिस सीएसईबी कोरबा जोन के द्वारा दिया गया है। बिजली व्यवस्था छिन्न-भिन्न होने से अशोक वाटिका की कार्यप्रणाली पर दुष्प्रभाव पड़ रहे थे। वाटिका के बंद होने की नोटिस की अवधि 27 मार्च को समाप्त हो चुकी है, इसलिए इसे खुलना चाहिए। नियत समय पर गेट बंद मिला पाए जाने के बाद लोगों ने अधिकारियों को कॉल करना शुरू किया। वहां से आश्वासन प्राप्त हुआ और पूरे 40 मिनट के बाद वाटिका को खोला जाना संभव हुआ।