राजेश खन्ना का एसी ठीक करने से लेकर दोस्त की जान बचाने तक, इरफान खान की चौथी… – भारत संपर्क


इरफान खान की चौथी बरसी
Irrfan khan death anniversary: आज 29 अप्रैल है. इस तारीख को इतिहास के पन्ने में सिनेमा जगत से जुड़े लोग मनहूस दिन बताते हैं. उसके पीछे एक वजह है. वजह ये है कि इस दिन ही अभिनय की दुनिया का एक चिराग बुझ गया था. हमेशा-हमेशा के लिए. नाम इरफान खान. जो स्क्रीन पर आते ही सभी की आंखों में अंकित हो जाते थे. जहेन में बस जाते थे और हटते ही नहीं थे. असर ही कुछ ऐसा था. लेकिन 29 अप्रैल 2020 को जब दुनिया कोरोना से जूझ रही थी. ये कलाकार भी लोगों को एक असाहय दुख दे गया. एक आभाव दे गया. ये आभाव उनके हर फैन का निजि आभाव है. जिसकी कोई भरपाई नहीं. बस अफसोस है. अफसोस इस बात का कि काश इरफान जिंदा होते. काश उनकी और फिल्में आतीं. वेब सीरीज के दौर में इरफान खान एक के बाद एक अपने अभिनय से लोगों को मुतमईन कर रहे होते. अब इरफान तो वापिस आएंगे नहीं. लेकिन अनंतकाल के लिए उनका काम और उनसे जुड़ी यादें लोगों के मन-मष्तिष्क में महकती रहेंगी. एक्टर की चौथी बरसी पर बता रहे हैं उनके जीवन से जुड़ी कुछ खास किस्से.
जब ठीक की थी राजेश खन्ना की एसी
इरफान खान थियेटर में सक्रिय थे लेकिन फिल्में उन्हें इतनी आसानी से नहीं मिलीं. एक्टर जब मुंबई में नए-नए आए उस दौरान उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा था. एक्टर ने ऐसे एक इलेक्ट्रिशियन की नौकरी ढूंढ़ ली थी. इस दौरान एक दफा उन्हें सुपरस्टार राजेश खन्ना के घर का ऐसी ठीक करने का भी काम मिला था. वे राजेश खन्ना के बहुत बड़े फैन थे. ऐसे में वे उत्सुक थे कि उन्हें रियल लाइफ में राजेश खन्ना को देखने का मौका मिलेगा. लेकिन अफसोस कि उस समय राजेश खन्ना घर पर नहीं थे. लेकिन किसने ये सोचा होगा कि एक सुपरस्टार के घर का ऐसी ठीक करने वाला एक्टर खुद भी आगे जाकर एक बड़ा सुपरस्टार बनेगा.

इरफान खान
दूध वाले की बेटी को दे बैठे थे दिल
इरफान खान काफी लॉयल थे और वे अपने शुरुआती दौर के किस्से खुलकर शेयर करते थे. एक्टर ने एक दफा बताया था कि वे दूध वाले की बेटी को दिल दे बैठे थे. वे घर से दूध लेने बस इसलिए ही जाया करते थे क्योंकि उन्हें दूधवाले की बेटी को देखने का मौका मिलता था. एक बार तो बड़ी हिम्मत जुटाकर उन्होंने अपने प्यार का इजहार कर ही दिया था. लेकिन उनका दिल तब टूट गया जब उन्हें पता चला कि दूधवाले की बेटी को इरफान खान से नहीं बल्कि उनके पड़ोस में रहने वाले एक शख्स से प्यार था.
ये भी पढ़ें
जब पिता ने कहा मुसलमान के घर ब्राह्मण पैदा हो गया
इरफान खान का जन्म एक पठान मुस्लिम परिवार में हुआ था. लेकिन इरफान खान को नॉनवेज खाना पसंद नहीं था. वे बचपन से ही नॉनवेज नहीं खाते थे और शुद्ध शाकाहारी थे. ऐसे में उनके पिता उनकी इस बात से काफी हैरान रहते थे. वे तो मजाक-मजाक में इरफान खान के बारे में ये भी कह दिया करते थे कि एक मुसल्मान के घर हिंदू पैदा हो गया है.
जब एक दोस्त को बचाने के लिए जान की बाजी लगा दी
एक पुराने इंटरव्यू में इरफान खान के एक करीबी दोस्त ने बताया था कि कैसे एक्टर ने रियल लाइफ में उनकी जान बचाई थी. उनके दोस्त ने कॉलेज के दिनों का किस्सा शेयर करते हुए बताया था कि एक दिन वे इरफान के साथ कॉलेज से वापिस आ रहे थे. दोनों सड़क किनारे पैदल-पैदल चल रहे थे. तभी उन्हें बिजली का करेंट लग गया था. उस दौरान उनकी मदद करने के लिए कोई भी आगे नहीं आया था. लेकिन इरफान ने उस दौरान उनकी मदद की और दोस्ती का फर्ज निभाया. उन्होंने अपनी जान की बाजी लगाकर दोस्त की जान बचाई.