लोगों को खाना खिलाकर मुनाफे में आया जोमैटो, तीन महीने में…- भारत संपर्क
ऑनलाइन ऑर्डर लेकर खाना पहुंचाने वाली कंपनी जोमैटो लिमिटेड ने वित्त वर्ष (2023-24) की मार्च तिमाही (Q4) के रिजल्ट जारी कर दिए हैं. कंपनी को इस तिमाही में 175 करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट हुआ है. जोमैटो लिमिटेड ने शेयर बाजार को बताया कि इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी को 188 करोड़ रुपए का नेट लॉस हुआ था. समीक्षाधीन अवधि में कंपनी की ऑपरेटिंग इनकम 3,562 करोड़ रुपए रही. इससे एक साल पहले की इसी अवधि में यह आंकड़ा 2,056 करोड़ रुपए था.
खर्च बढ़ने पर भी नहीं हुआ घाटा
मार्च 2024 को समाप्त तिमाही में कंपनी का कुल खर्च 3,636 करोड़ रुपए रहा, जो इससे पिछले साल की इसी अवधि में 2,431 करोड़ रुपए था. पूरे वित्त वर्ष 2023-24 में जोमैटो का एकीकृत शुद्ध लाभ 351 करोड़ रुपए रहा, जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष में कंपनी को 971 करोड़ रुपए का एकीकृत शुद्ध घाटा हुआ था. वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी की एकीकृत ऑपरेटिंग आय 12,114 करोड़ रुपए रही.
शेयर बाजार को दी जानकारी के मुताबिक, जून 2022 में ब्लिंक कॉमर्स प्राइवेट लिमिटेड के अधिग्रहण के कारण 2023-24 के नतीजों की तुलना 2022-23 के नतीजों से करना उचित नहीं है. कंपनी ने कहा है कि खाना पहुंचाने के व्यवसाय और तेजी से सामान पहुंचाने वाले कारोबार दोनों का मार्जिन बढ़ रहा है. बता दें कि ब्लिंक कॉमर्स प्राइवेट लिमिटेड को पहले ग्रोफर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के नाम से जाना जाता था.
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सीईओ ने दी जानकारी
जोमैटो के MD और CEO दीपिंदर गोयल ने शेयरधारकों को लिखे एक पत्र में कहा कि रेस्तरां इंडस्ट्री में नरमी के बावजूद फूड डिस्ट्रीब्यूशन जीओवी (ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू) की वृद्धि सालाना आधार पर 28 प्रतिशत बनी हुई है. उन्होंने कहा कि हमने ब्लिंकिट पर जो दांव लगाया था, वह बिल्कुल ठीक रहा कंपनी का ध्यान फूड डिलिवरी (जोमैटो), ब्लिंकिट, हाइपरप्योर (बी2बी) और गोइंग-आउट, जैसे चार कारोबारी डिविजन पर है. बता दें कि इस समय कंपनी का ये चारो बिजनेस तेजी से ग्रो कर रहा है. यही वजह है कि ग्रुप का टोटल वैल्यूएशन बढ़ रहा है.