देवरी खुर्द में अवैध रूप से धर्मांतरण कराए जाने की तोरवा…- भारत संपर्क

आकाश मिश्रा
देवरीखुर्द से अवैध धर्मांतरण की शिकायत सामने आई है। बताया जा रहा है कि कुछ लोगों द्वारा हर रविवार को प्रार्थना सभा आयोजित कर छोटे-छोटे बच्चों को भी अपने धर्म से संबंधित साहित्य बांट कर उनका माइंड वाश किया जा रहा है।

देवरी खुर्द क्षेत्र अवैध धार्मिक गतिविधियों का केंद्र बन चुका है। अभी कुछ महीने पहले वहां चिल्ला दरबार को लेकर हंगामा मचा था और अब शिकायत मिल रही है कि पिछले 6-7 महीने से देवरी खुर्द क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 42- 43 चंद्रशेखर आजाद नगर बरखदान शिव मंदिर के पास गणेश चौहान द्वारा अपने घर के सामने सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण कर हर रविवार को प्रार्थना सभा का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें महमंद और दो मुहानी से पास्टर राजेंद्र पात्रे अपने लोगों को लेकर पहुंचता है और यहां क्षेत्र में रहने वाले भोले भाले ग्रामीणों को तरह-तरह का प्रलोभन देकर और मिथ्या प्रचार कर उनके धर्मांतरण का प्रयास किया जा रहा है।

आरोप है कि छोटे-छोटे बच्चों को भी यहां अपना धार्मिक साहित्य देकर उनके भी मतांतरण का प्रयास हो रहा है। इसकी शिकायत मिलने पर क्षेत्र के नागरिकों ने आपत्ति दर्ज कराई, जिनका कहना है कि विरोध करने पर गणेश चौहान और राजेंद्र पात्रे धमकी देते हैं। विगत रविवार को भी इस तरह की सूचना पाकर क्षेत्र के नागरिक पहुंचे तो पाया कि वहां धार्मिक सभा का आयोजन कर लोगों को भरमाया जा रहा था। क्षेत्र के हिंदूवादी नेता बीपी सिंह ने तत्काल इसकी शिकायत तोरवा थाने में की, साथ राजस्व विभाग को भी इसकी सूचना दी गई, जिसके पास मौके पर पहुंचकर पटवारी और नायाब तहसीलदार ने पंचनामा किया। इधर पुलिस आरोपियों को अपने साथ ले गई और जांच के बाद कार्यवाही की बात कही गई है।

बताया जा रहा है कि इस कार्रवाई के बाद शाम को ही आरोपी वापस लौट आए जिन्होंने पुलिस और राजस्व विभाग द्वारा अवैध निर्माण पर लगाए गए ताले को भी तोड़ दिया और वापस अपना कब्जा जमा लिया। यानी उन्हें पुलिस और प्रशासन का भी कोई डर नहीं है ।क्षेत्र के लोगों के विरोध के बावजूद गरीब और जरूरतमंद लोगों को प्रलोभन देकर यहां धर्मांतरण का प्रयास किया जा रहा है, जबकि प्रदेश में पिछले विधानसभा चुनाव में अवैध धर्मांतरण बड़ा मुद्दा रहा है और 1 जुलाई से लागू हो रहे तीन नए कानून में भी धर्मांतरण को लेकर कड़ी कार्यवाही की बात की गई है। इसके बावजूद पूरा सप्ताह बीत जाने के बाद भी अब तक तोरवा पुलिस द्वारा आरोपी गणेश चौहान, राजेश पात्रे और उनके साथियों के खिलाफ किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं होने से क्षेत्र में आक्रोश है , जो कभी भी विस्फोटक रूप ले सकता है।