सिलाई मशीन वितरण घोटाले की खुलेगी तुरपाई, सप्लायर कंपनी…- भारत संपर्क
सिलाई मशीन वितरण घोटाले की खुलेगी तुरपाई, सप्लायर कंपनी ओरिएंटल सेल्स कॉपोरेशन को नोटिस, बुलावे पर उपस्थित नहीं हुए कंपनी के जिम्मेदार
कोरबा। जरूरतमंद महिलाओं को आर्थिक रूप से सबल बनाने पाली, पोड़ी उपरोड़ा और कोरबा जनपद पंचायत में सिलाई मशीन का वितरण किया जाना था। जिसमें व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया। जनपद पंचायत कोरबा ने महिलाओं को बिना सिलाई मशीन बांटे लाखों के वारे न्यारे कर लिए गए। मामले का खुलासा हमने सबसे पहले किया था। खबर प्रकाशन के बाद भ्रष्टाचार की तुरपाई खोलने जिला प्रशासन ने संज्ञान लिया है। जांच के आदेश दिए गए हैं। अब सहायक आयुक्त आदिवासी विकास सह जांच अधिकारी ने सप्लायर कंपनी ओरिएंटल सेल्स कॉपोरेशन को नोटिस जारी कर 16 जुलाई को तलब किया था, मगर बुलावे पर कंपनी के जिम्मेदार उपस्थित नहीं हुए। जिससे व्यापक पैमाने पर बोगस सप्लाई की चर्चा शुरू हो गई है।वही ओरिएंटल सेल्स कॉपोरेशन को जारी नोटिस में सहायक आयुक्त आदिवासी विकास सह जांच अधिकारी ने कहा है कि मुख्य कार्यपालन अधिकारी सह सचिव, प्रबंधकारिणी समिति, जिला खनिज संस्थान न्यास कोरबा के आदेश क्रमांक/डीएमएफटी-15/आईआर/2023-24/185 कोरबा, दिनांक 11.06.2024 के द्वारा “कोरबा जिला अंतर्गत जनपद पंचायत कोरबा के ग्राम पंचायतों में स्वरोजगार को बढ़ावा देने हेतु सिलाई मशीन प्रदाय” के तहत मीडिया द्वारा की गई शिकायत की जांच हेतु समिति का गठन किया गया है। अतः जनपद पंचायत कोरबा के ग्राम पंचायतों, संबंधित हितग्राहियों को प्रदाय सिलाई मशीन से संबंधित जानकारी यथा कायदिश की प्रति, स्थानवार चालान की प्रति, देयक की प्रति, पावती इत्यादि आवश्यक दस्तावेज सहित दिनांक 16 जुलाई दोपहर 12.00 बजे कार्यालय सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास कोरबा में उपस्थित होना सुनिश्चित करेंगे, ताकि जांच में आवश्यक कार्यवाही की जा सके। सहायक आयुक्त के नोटिस के बाद भी संबंधित सप्लायर कंपनी के जिम्मेदार अफसर उपस्थित नहीं हुए। जिससे मामला गड़बड़ नजर आ रहा है। बताया जा रहा है कि अधिकारियों ने सिलाई मशीन के स्टॉक का भी जायजा लिया है।
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कलेक्टर ने दिया है 15 दिन का अल्टीमेटम
सिलाई मशीन वितरण में हुए भ्रष्टाचार को लेकर कलेक्टर ने कड़े तेवर दिखाए हैं।कलेक्टर ने विगत 9 जुलाई को जनपद सीईओ को निर्देश दिए हैं कि 15 दिवस के भीतर अनिवार्य रूप से ग्राम पंचायतों के पात्र हितग्राहियों को मशीन वितरित करना होगा। कलेक्टर अजीत वसंत ने समय सीमा की बैठक में डीएमएफ अंतर्गत ग्रामीणों को दी जाने वाली सिलाई मशीन वितरण की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने जनपद सीईओ को निर्देशित किया था कि सिलाई मशीन की गुणवत्ता से किसी प्रकार की कोई समझौता न की जाए। संबंधित ग्राम पंचायतों को समय पर मशीन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने 15 दिवस के भीतर सिलाई मशीन अनिवार्य रूप से ग्राम पंचायतों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।