पेड़ की डाली गिरी, बिजली का तार टूटकर बाइक से हो गया टच… सवार तीन लोगों क… – भारत संपर्क

बाइक सवार तीन करंट से जले
बालाघाट जिले के लांजी क्षेत्र से एक बेहद दर्दनाक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. जहां विद्युत विभाग की लापरवाही की वजह से तीन जिंदगियां काल के मुंह में समा गई. बारिश के चलते आंधी और तूफान के कारण बिजली की लाइन की चपेट में आकर एक ही परिवार के पति-पत्नी और भतीजे की बिजली के तार से आग लगने के कारण जिंदा जलने से दर्दनाक मौत हो गई. घटना के बाद प्रशासन ने पीड़ित परिवार को चार-चार लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है. वही मुख्यमंत्री मोहन यादव ने ट्वीट कर गहरा दुख व्यक्त किया.
यह हृदयविदारक घटना बालाघाट जिले के लांजी थाना क्षेत्र के ग्राम सर्रा से नेवरवाही के पास की है. सोमवार सुबह बारिश और आंधी तूफान के चलते एक भारी पेड़ की डाली गिरने से वहां से गुज़र रही 11 केवी की हाईटेंशन लाइन टूट गई और सड़क पर आकर लटक गई. बारिश के चलते बिजली की लाइन दिखाई नहीं दे रही थी लेकिन इसमें मौत दौड़ रही थी. इसी दौरान सेवक राम अपने पत्नी और भतीजे को लेकर गांव जा रहे थे तभी वह बिजली के करंट की चपेट आ गए. देखते-देखते हो करंट लगने के कारण तीनों की मौके पर ही मौत हो गई और बाइक में आग लग गई जिस कारण वह तीनों जिंदा जल गए.
वहां से गुजर रहे राहगीरों ने इस घटना की जानकारी पुलिस और बिजली विभाग को दी. सूचना पर पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची. मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया. मामले की गंभीरता को देखते हुए विद्युत विभाग की ओर से तीनों मृतकों के परिवार को चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान की गई है. तभी देखते ही देखते मौके पर आसपास के रहने वाले लोग जमा हो गए. जहां मृतकों की पहचान 32 वर्षीय सेवक पिता प्यारे लाल, उनकी पत्नी 30 वर्षीय रेणुका, और 26 वर्षीय भतीजा भोजराज पिता यादोराव के रूप में हुई है. तीनों एक ही परिवार से हैं और हादसे के बाद पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई.
बिजली विभाग की लापरवाही
घटना के बाद स्थानीय ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा. ग्रामीणों का कहना है कि इस क्षेत्र में जर्जर विद्युत पोल और झूलती तारों की समस्या लंबे समय से बनी हुई है. कई बार इस संबंध में विद्युत विभाग को शिकायतें की गईं, लेकिन किसी ने भी समय रहते कोई कदम नहीं उठाया. ग्रामीणों ने कहा कि अगर समय रहते विभाग सचेत हो जाता तो आज तीन जिंदगियां यूं नहीं जातीं. ग्रामीणों का कहना है कि जो भी जिम्मेदार हो उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज होना चाहिए
इस दर्दनाक हादसे पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गहरा शोक व्यक्त किया है. मुख्यमंत्री ने एक्स पर ट्वीट किया और संवेदनाएं व्यक्त करते हुए लिखा कि बिजली दुर्घटना में तीन व्यक्तियों की दुखद मृत्यु का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है. दिवंगत आत्माओं को परमपिता परमेश्वर अपने श्रीचरणों में स्थान दें और परिजनों को यह असहनीय दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें.
दोषियों के खिलाफ होगा एक्शन
वही पूरे मामले में अधीक्षक अभियंता दीपक कुमार ऊईके ने कहा कि घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है हमने इस घटना के जांच के आदेश दिये हैं. जिसकी भी गलती पाई जाएगी उस पर कार्रवाई सुनिश्चित कर वरिष्ठ अधिकारियों को प्रतिवेदन भेजा जाएगा. प्रारंभिक जांच में पेड़ गिरने से लाइन टूटने की पुष्टि हुई है. विभाग द्वारा मृतकों के परिजनों को मुआवजा राशि दी गई है और भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हो इसके लिए तत्काल प्रभाव से तकनीकी निरीक्षण और सुधार कार्य प्रारंभ कर दिए गए हैं.