रंजना सिंह की जाति प्रमाणपत्र को प्रशासन ने किया निलंबित,…- भारत संपर्क
रंजना सिंह की जाति प्रमाणपत्र को प्रशासन ने किया निलंबित, लेकिन बेजा कब्जा कायम, पहाड़ी कोरवा फिरतराम ने प्रेस वार्ता में लगाए गंभीर आरोप
कोरबा। पिछले दिनों प्रशासन ने सत्य व न्याय का साथ देते हुए निष्पक्ष जांच की। जिसका नतीजा यह हुआ कि सत्य की जीत हुई है और प्रताड़ित कर रही रंजना सिंह के फर्जी जाति प्रमाणपत्र को निलंबित किया गया है। पुलिस ने उसके ऊपर अपराध भी दर्ज कर लिया है। 20 मार्च को प्रशासन की संयुक्त टीम ने जमीन का सीमांकन किया और बताया है कि जिस जमीन और मकान पर रंजना सिंह ने कब्जा कर रखा है वो जमीन और मकान मेरी है, लेकिन अब तक कब्जा खाली नहीं कराया गया है। जिससे मेरा परिवार अब तक व्यथित है। उक्त बातें प्रेस क्लब तिलक भवन में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान पीड़ित फिरतराम पहाड़ी कोरवा ने कही। उसने कहा कि कांग्रेस नेत्री रंजना सिंह और उसके साथियों द्वारा संरक्षित जनजाति में शामिल और उसके परिवार को डराया-धमकाया जा रहा। पूर्व में मारपीट भी की, गाली-गलौज किया, कोरवा की जमीन पर कब्जा किया और खुलेआम जान से मारने की धमकी दी। प्रशासन और पुलिस में अनेक मामले दर्ज हैं, लेकिन न तो उन्होंने कोरवा की जमीन पर से कब्जा हटाया और न ही पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया है। अब भी खुली हवा में घूम रहे रंजना सिंह, पास्टर चंद्रा और अन्य पहाड़ी कोरवा को डराते-धमकाते फिर रहे हैं। उसने बताया कि दो दिन पहले प्रशासन ने उसकी जमीन का सीमांकन भी कर दिया है। उसके बाद भी रंजना सिंह और अन्य उनकी जमीन पर काबिज है, कब्जा नहीं छोड़ा है। रंजना सिंह पर पुलिस में दो-दो एफआईआर भी दर्ज है, उसके बावजूद रंजना सिंह और पास्टर चंद्रा समेत तमाम आरोपी प्रशासन-पुलिस से बेखौफ खुला घूम रहे हैं, उसका परिवार इनकी गुंडागर्दी व धमकी की दहशत में डरे-सहमें मजबूर होकर रह रहे हैं। उन पर कब हमला हो जाए, इसे लेकर फिरतराम और उनका परिवार चिंतित है। उसका कहना है कि शासन प्रशासन जल्द ही इनकी गिरफ्तारी करे और उसके घर जमीन को कब्जा मुक्त किया जाए।