बिलासपुर में फिर एक आवारा कुत्ते ने किया बछड़े का शिकार- भारत संपर्क

बिलासपुर में आवारा कुत्तों पर नियंत्रण न होने के कारण इनका आतंक बढ़ता ही जा रहा है। यह कुत्ते बेहद खूंखार हो चुके हैं और इनमें से कई तो रेबीज ग्रस्त होने के चलते पागल भी हो चुके हैं । इनके द्वारा अक्सर छोटे बच्चों और मवेशियों को अपना शिकार बनाया जाता है। बिलासपुर में फिर से एक ऐसे ही खूंखार कुत्ते ने 6 माह के बछड़े को नोच खाया। किसी शिकारी जानवर की तरह गाय के बछड़े का मांस खाने का भी प्रयास किया गया, जिसे किसी तरह से बचाकर उसे अस्पताल लाया गया लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। 1 महीने पहले भी आवारा कुत्तों ने एक बछड़े को काट खाया था। उसकी भी मौत हो गई थी। सामाजिक कार्यकर्ता आदित्य तिवारी ने इस मामले में रोष जाहिर करते हुए कहा कि अक्सर कुत्तों के साथ किसी तरह का अमानवीय व्यवहार होने पर डॉग लवर आसमान सर पर उठा लेते हैं लेकिन गायों की मौत को लेकर आवाज उठाने वाला कोई नहीं है।

बिलासपुर में आवारा कुत्तों पर नियंत्रण न होने के कारण इस तरह की घटनाओं की बाढ़ सी आ गई है। आने वाले दिनों में इन कुत्तों का प्रजनन काल होने से वे और भी खूंखार हो जाएंगे। ऐसे में बच्चों के साथ दो पहिया वाहन चालको को भी काटे जाने की घटनाएं बढ़ेगी। बिलासपुर में कुछ समय पहले आवारा कुत्तों की नसबंदी की योजना बनाई गई थी लेकिन यह योजना केवल फाइलों में ही चली। वास्तव में योजना धरातल पर ना आने के चलते अधिकांश चौक चौराहो और मोहल्ले में आवारा कुत्तों की संख्या बढ़ती जा रही है, जो एक तरफ तो लोगों को काट रहे हैं तो वही निरीह गाय और बकरियों को भी शिकार करने का प्रयास कर रहे हैं, जिनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई है।
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