बिहार विधानसभा चुनाव: चिराग पासवान को मनाने की कोशिश जारी, BJP ने सीटों के…


लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान
बिहार विधानसभा चुनाव के ऐलान के बाद NDA और चिराग पासवान में सीटों को ठनी हुई है. गुरुवार को दिन भर चले बैठकों के दौर के बाद चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) और BJP के बीच सीटों को जारी गतिरोध कम हुआ है. सूत्रों के मुताबिक इसकी वजह ये है कि जहां चिराग पासवान अपनी मांग से कुछ नीचे आए हैं तो वहीं बीजेपी ने भी बड़ा दिल दिखाने का वादा किया है. हालांकि बात अभी पूरी तरह से बनी नहीं है. सूत्रों का कहना है कि बातचीत सही रास्ते पर है और शुक्रवार को सीटों को लेकर दोनों दलों में मामला सुलझ सकता हो.
दरअसल चिराग पासवान की पार्टी ने ज्यादा सीटों के लिए दबाव की राजनीति का सहारा लिया. गुरुवार सुबह अपने घर से ऑफिस के लिए निकलते हुए चिराग ने कहा कि जब तक वो मंत्री है उनको मंत्री का दायित्व निभाना है. उन्होंने ये संदेश देने की कोशिश की थी, अगर उनकी सीटों की मांग नहीं मानी गई तो वो बड़ा फैसला सकते हैं. इस बीच BJP की तरफ से चिराग पासवान से बात करने के लिए केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय को जिम्मेदारी दी गई. केंद्रीय मंत्री को लगाने के पीछे वजह ये है कि चिराग पासवान नित्यानंद राय को पिता तुल्य मानते हैं.
सुबह से चल रहा था बैठकों का दौर
गुरुवार सुबह नित्यानंद राय ने चिराग पासवान की मां रीना पासवान से करीब एक घंटा बातचीत की. चिराग पासवान को कड़े रूख से नीचे लाने के लिए मां से राय ने बात की. नित्यानंद राय की तरफ से बताया गया कि चिराग का ये रवैया पार्टी, परिवार और एनडीए के हित में नहीं. सूत्रों के मुताबिक रीना पासवान ने चिराग से बात की और उन्हें नित्यानंद राय से मिलने के लिए तैयार किया.
चिराग को मनाने पहुंचे चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान
बताया जाता है कि कुछ देर बाद ही कुछ देर बाद ही चिराग पासवान और नित्यानंद राय की मुलाकात हुई जो एक घंटे से ज्यादा देर चली. इस बैठक में अगली बैठक को लेकर सहमति बनी है. इस मुलाकात के बाद दोनों नेताओं ने कैमरों के सामने कहा कि कोई नाराजगी नहीं है और बातचीत सकारात्मक रही। फिर रात में BJP के बिहार चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के साथ नित्यानंद राय फिर चिराग पासवान के घर पहुंचे. तीनों के बीच बैठक करीब 20 मिनट तक बातचीत चली.
बीजेपी ने चिराग को दिए कई ऑफर
इन बैठकों का असर ये हुआ कि चिराग पासवान अपनी सीटों की मांग से पीछे हटे हैं. पहले चिराग पासवान 30 से 40 सीटों से कम पर मानने को तैयार नहीं थे. सूत्रों का कहना है कि अब चिराग पासवान ने अपनी मांग को घटाकर 35 सीटें कर दी हैं. सूत्रों के मुताबिक, चिराग पासवान ने इन 35 सीटों की सूची भी बीजेपी को दे दी है. चिराग की नरमी के बाद बीजेपी का रूख भी बदल रहा है. BJP अब 24 से 26 सीटों तक चिराग को देने को तैयार है. BJP ने चिराग पासवान को भविष्य में एक विधानपरिषद और एक राज्यसभा सीट भी देने का आश्वासन दिया है.