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नगर सेना की एडवाइजरी नहीं मानने का घातक नतीजा, बुंदेली की घटना से नहीं लिया सबक, जुराली में कुएं ने लील ली चार जिंदगियां
कोरबा। शहरी व ग्रामीण इलाके में कई ऐसे कुएं हैं, जो जीर्णशीर्ण हालत में हैं। इन कुओं मे झाड़ झंखाड़ ऊग आए हैं। कुएं की सतह पर बजबजाती कीचड़ से निकलती जहरीली गैस घातक साबित हो सकता है। जिसे लेकर नगर सेना के जिला सेनानी व रेस्क्यू टीम प्रमुख ने एडवाइजरी जारी थी, जिसकी अनदेखी लोगों के लिए महंगा साबित हो रहा है। बुंदेली की घटना को लोग भूले भी नहीं है कि जुराली में कुएँ की जहरीली गैस की चपेट में आकर नाबालिग सहित चार की मौत हो गई। जिले के कटघोरा थानांतर्गत ग्राम जुराली के डिपरापारा में घटित घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है। दरअसल गांव में रहने वाला जरहू पटेल 60 वर्ष खेती किसानी का काम करता था। उसने बाड़ी में सिंचाई के अलावा निस्तारी के लिए कुएं का निर्माण कराया था, जिसमें झाड़ झंखाड़ उग आए थे। कुएं में जल का स्तर नीचे चले जाने के कारण मिट्टी भी कीचड़ में तब्दील हो चुका था। बारिश के पानी से कुआं भरता, इससे पहले साफ सफाई जरूरी थी। लिहाजा जरहू सफाई करने कुएं में उतर गया। उसे क्या पता था कि वह मौत के कुएं में उतर रहा था, लेकिन नियति को यही मंजूर था। उसकी नाबालिग बेटी सपीना पटेल पिता की आहट न पाकर घबरा गई। उसने पिता को बचाने कुएं में छलांग लगा दी। पिता पुत्री काफी देर तक बाहर नहीं निकले। उन्हें बचाने मनबोध पटेल 57 वर्ष व शिवचरण पटेल 45 वर्ष तथा सुनील पटेल भी कुएं में उत्तर गए, जहां घुटन महसूस होने पर सुनील किसी तरह बाहर आ गया। घटना के बाद कटघोरा विधायक प्रेमचंद पटेल, कलेक्टर अजीत वसंत व पुलिस कप्तान सिद्धार्थ तिवारी के अलावा नगर सेना के जिला सेनानी पीबी सिदार मौके पर पहुंचे। उनकी मौजूदगी में एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू किया, तब तक चारों की मौत हो चुकी थी। यहां यह बताना लाजिमी होगा कि 19 मई 2024 को जिला मुख्यालय से महज दस किलोमीटर दूर ग्राम बुंदेली में भी कुएं की सफाई करने उतरे दो ग्रामीण की मौत हुई थी। जिले में आए दिन गहरे कुएं के कारण होने वाले हादसे की रोकथाम के लिए नगर सेना के जिला सेनानी व रेस्क्यू टीम प्रमुख श्री सिदार ने करीब साल भर पहले एडवाइजरी जारी किया था। यदि उनकी एडवाइजरी का पालन किया जाता है, तो निश्चिततौर पर ऐसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं होती। बहरहाल कुएं से निकलने वाली जहरीली गैस के कारण हुई मौत ने ग्रामीणों को झकझोर कर रख दिया है। गांव में एक साथ चार मौत से सन्नाटा पसर हुआ है।
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अनहोनी रोकने यह है जरूरी उपाय
0 यदि कुओं अनुपयोगी है तो उसे मिट्टी से पाट दें।
0 लंबे समय से खराब कुएं की पानी का उपयोग जांच परख के बाद करें।
0 जहरीली गैस का पता लगाने पेड़ों की टहनी या फिर रस्सी के सहारे लालटेन उतार कर जांच कर लें।
0 कुएं के चारों ओर बगोड़ा लगाएँ, ताकि जीव जंतुओं को गिरने से बचाया।
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चार ग्रामीणों की मौत पर सांसद ने जताया शोक
कोरबा लोकसभा क्षेत्र की सांसद ज्योत्सना चरणदास महंत ने कोरबा जिले के कटघोरा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम जुराली डिपरापारा में शुक्रवार को कुएं में चार ग्रामीणों की आकस्मिक मौत पर गहरा दु:ख व्यक्त करते हुए शोक संवेदना जाहिर की है। सांसद ने कहा है कि यह घटना काफी हृदय विदारक है, जिसमें पिता को बचाने के लिए पुत्री की भी जान चली गई। एक अन्य रिश्तेदार व पड़ोसी ने भी इनके जीवन की रक्षा के लिए अपनी जान गंवा दी। सांसद ने पूरे मामले की जानकारी कलेक्टर से लेते हुए पीड़ित परिवारों को उचित राहत पहुंचाने के लिए निर्देशित किया। सांसद ने सक्ती जिले के ग्राम किकिरदा में पिता और दो पुत्रों सहित पांच लोगों की भी कुएं में हुई मौत पर गहरा दु:ख व्यक्त किया है। सांसद ने समस्त ग्रामवासियों से अपील की है कि पुराने और गहरे कुएं में उतरने का जोखिम न उठाएं।