हिरण के शव को पेट्रोल डालकर जलाया, रेंजर सहित तीन को कारण…- भारत संपर्क



बिलासपुर। बेलगहना खोंगसरा क्षेत्र में हिरण की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत और वन विभाग द्वारा गाइडलाइंस के उल्लंघन पर दाह संस्कार किए जाने के मामले में विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। वन मंडलाधिकारी (SDO) द्वारा रेंजर देवसिंह मरावी सहित दो वन रक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। नोटिस में सभी से 5 दिन के भीतर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने को कहा गया है।
घटना 26 जुलाई की सुबह की है जब खोंगसरा क्षेत्र में एक मृत हिरण का शव मिला था। स्थानीय ग्रामीणों ने तुरंत वन विभाग को इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंचे वन अमले ने बिना किसी जांच या पोस्टमार्टम के सीधे शव को जलाने की तैयारी शुरू कर दी थी। हालांकि ग्रामीणों के विरोध के चलते शव को वापस वन विभाग के कार्यालय लाया गया।
इसके बाद 27 जुलाई को रेंजर देवसिंह मरावी की मौजूदगी में वन विभाग कार्यालय परिसर में खुले में हिरण का पोस्टमार्टम किया गया और नियमों को ताक पर रखते हुए पेट्रोल डालकर शव को जला दिया गया। जबकि नियमानुसार वन्यप्राणी के शव का अंतिम संस्कार लकड़ी और चूने से जमीन में दफनाकर किया जाना चाहिए।
वन विभाग की इस कार्रवाई से क्षेत्र में आक्रोश फैल गया। स्थानीय लोगों ने इसे शिकार की आशंका को छिपाने का प्रयास बताया है। विभाग ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। नियमों के उल्लंघन और लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए संबंधित अधिकारियों-कर्मचारियों को नोटिस जारी किया गया है।
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