सर्वाइकल के संकेत – cervical ke sanket

कुछ साल पहले तो लोग सर्वाइकल पेन को आम समस्या मानकर नजरंदाज कर देते थे, लेकिन धीरे-धीरे ये एक गंभीर समस्या का रूप ले लेती जा रही है।
क्या आप भी गर्दन और कंधे के आस-पास के हिस्से के दर्द से परेशान हैं? या फिर सिर लगातार भारी-भारी लगता है, गर्दन में जकड़न या ऐंठन महसूस होती है? तो फिर ये सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस या नेक सर्वाइकल की निशानी हो सकते हैं। सर्वाइकल पेन आज के समय में एक ऐसी समस्या बन गई है, जो बड़े-बूढ़ों से लेकर बच्चों तक को निशाना बना रही है। खराब लाइफस्टाइल के कारण लोगों को जिन बीमारियों का सामना करना पड़ता है उनमें अब सर्वाइकल पेन भी शामिल हो चुका है। कुछ साल पहले तो लोग सर्वाइकल पेन को आम समस्या मानकर नजरंदाज कर देते थे, लेकिन धीरे-धीरे ये एक गंभीर समस्या का रूप ले लेती जा रही है। लगातार डेस्क जॉब और मोबाइल के इस्तेमाल ने इस समस्या को और भी ज्यादा बढ़ा दिया है।
सर्वाइकल स्पाइन वर्टिब्रा से बनी होती है, जो सिर से C7 वर्टिब्रा लिगामेंट और मसल्स तक फैली होती है, जो सर्वाइकल एरिया में मौजूद मांसपेशियों को स्थिरता प्रदान करती है। लोगों को गर्दन और कंधे के हिस्से में कठोरता का अनुभव होने की स्थिति को आमतौर पर नेक सर्वाइकल भी कहा जाता है। अगर आप इसे एक आम समस्या समझ रहे हैं तो सावधान हो जाइये, क्योंकि ये आगे चलकर आपके लिए बड़ी समस्या बन सकती है। सर्वाइकल पेन क्या है, इसके लक्षण, सर्वाइकल पेन क्यों होता है, इसका इलाज क्या है, आइए जानते हैं।

जानिए क्या है सर्वाइकल पेन (Know what is cervical pain)
सर्वाइकल पेन हड्डियों के दर्द से जुड़ी समस्या है, जिसके कारण गर्दन, कंधे के साथ ही रीढ़ की हड्डी और कमर में भी दर्द और अकड़न महसूस हो सकती है। इस समय ये समस्या युवाओं में ज्यादा देखने को मिल रही है। गर्दन सिर को होल्ड करने का काम करती है। इसी गर्दन में कई बार दर्द की शिकायत हो जाती है। जिसे सर्वाइकल पेन कहते हैं। बहुत सारी मसल्स होती हैं, जो सर्वाइकल स्पाइन को स्टेबल रखती हैं। सर्वाइकल स्पाइन के अंदर स्पाइनल कॉर्ड होती है और उसमें से बहुत सारी नर्व्स निकलती हैं, जो हमारे कंधों, हाथों में मूवमेंट बनाने का काम करती हैं।
बैठ कर घंटो काम करने से, झटका लगने से, गलत पोजीशन में सोने या बैठने, झुककर बैठना और कई गलत आदतों की वजह से सर्वाइकल पेन जैसी गंभीर समस्या का सामना करना पड़ता है। वहीं ओल्ड एज में डिजनरेटिव चेंजेस के चलते ये समस्या अपने आप होने लगती है। आम तौर पर गर्म या ठंडे पानी से सेकाई करके या किसी पेन रिलीफ जेल को लगाने से दर्द में आराम मिल जाता है, लेकिन अगर दो दिन में भी ये दर्द कम नहीं होता तो फैमिली फिजीशियन या स्पाइन सर्जन से कंसल्ट करें।


सर्वाइकल पेन के बारे में कैसे पता करें (Signs of cervical pain)
गर्दन या कंधे के आस-पास के हिस्से में ज्यादा दिनों तक दर्द रहने की स्थिति में किसी स्पाइन सर्जन से कंसल्ट करें। डॉक्टर सबसे पहले आपकी गर्दन का एक्स रे कराते हैं और साथ में कुछ मेडिसिन लिखते हैं, जो कि पेन, नर्व पेन के लिए होती हैं। अगर उससे 2-4 या 10 दिन में फायदा नहीं होता तो आपको एमआरआई कराने की जरूरत पड़ती है। ये आपकी गर्दन, यानी सर्वाइकल स्पाइन के बारे में पूरी जानकारी देता है। एमआरआई में ज्यादा समस्या ना समझ आने पर डॉक्टर मेडिसिन, फिजियोथैरिपी की सलाह देते हैं।
ये हैं सर्वाइकल पेन के लक्षण (Symptoms of cervical pain)
सर्वाइकल पेन में दर्द के साथ-साथ गर्दन में तेज अकड़न महसूस होती है। जिसके कारण गर्दन को एक से दूसरी ओर मूव करने में परेशानी या गर्दन को घूमाने में समस्या महसूस होने लगती है। कई बार ये दर्द इतना तीव्र होता है कि बैठे रहने में भी परेशानी होने लगती है। गर्दन में जकड़न महसूस होना, गर्दन में सूजन और दर्द का अनुभव होना, सिर दर्द होना, जी मिचलाना, हाथ पैर में झुनझुनी होना, गर्दन घुमाते समय आवाज आना, हाथ, बाजू और उंगलियों में कमजोरी महसूस होना, गर्दन, कमर या कंधे में बेहद दर्द होना, ये सभी सर्वाइकल पेन के लक्षण हैं।

सर्वाइकल पेन के करण (Causes of cervical pain)
– लगातार गलत पोजिशन में सोने से सर्वाइकल पेन की समस्या हो सकती है।
– सिर या कंधे पर भारी वजन उठाने से भी सर्वाइकल पेन की शिकायत हो सकती है।
– गर्दन को बहुत देर तक झुकाए रखने, गलत पोजिशन में बैठने या फिर गर्दन में भारी वजन लादने से भी सर्वाइकल पेन हो सकता है।
– ज्यादा ऊंचाई पर सिर रखकर सोने, यानी ऊंची तकिया इस्तेमाल करने पर भी सर्वाइकल पेन की शिकायत हो सकती है।
– भारी वजन वाले हेलमेट लगाकर बाइक चलाने से सर्वाइकल पेन हो सकता है।
– गलत तरीके से उठने, बैठने और सोने के चलते सर्वाइकल हो सकता है।
सर्वाइकल पेन से बचाव का तरीका (How to deal with cervical pain)
सर्वाइकल पेन के गंभीर होने का सबसे बड़ा कारण खराब लाइफस्टाइल होता है। शुरुआत में लोग इसे इग्नोर कर देते हैं , लेकिन अगर आप सर्वाइकव पेन की समस्या से परेशान हैं तो कुछ एक्सरसाइज और घरेलू उपायों से इससे राहत पाई जा सकती है।
योग
योग ने कई रोगों का निवारण किया है। सर्वाइकल के दर्द के लिए भी कुछ योगासन हैं, जो सर्वाइकल के दर्द से राहत देते हैं। सूर्यनमस्कार, व्रकासन, भुजांगासन जैसे आसनों को रोजाना करने से सर्वाइकल के दर्द से राहत मिल सकती है।
सोने का सही तरीका
ज्यादातर लोग ऊंचे तकिये पर सिर रखकर सोना पसंद करते हैं। कई लोग पैर को आड़ा-तिरछा करके सोते हैं। कम्फर्ट के लिए तकिए पर पैर लादकर सोने की आदत भी कई लोगों में देखी गई है। इन सबके चलते सर्वाइकल पेन हो सकता है। इसलिए सोने के लिए सख्त गद्दा इस्तेमाल करें। ऊंची तकिया गलती से भी इस्तेमाल ना करें और पेट के बल ना सोएं। पीठ के बल या करवट लेकर ही सोएं। इससे आपको दर्द से राहत मिलेगी।
आयुर्वेद
सर्वाइकल के दर्द के लिए आयुर्वेद में कई तरह की दवांए और थेरेपी मौजूद हैं। सदियों से चली आ रही यह चिकित्सा पद्धति आज भी बहुत कारगर है। आयुर्वेद में थोड़ा समय लगता है, इसलिए आपको धैर्य के साथ इलाज कराना होगा। खास बात ये है कि इसके कोई दुष्परिणाम नहीं होते हैं।
फीजियो थेरेपी
ये एक ऐसी चिकित्सा प्रणाली है, जिसके द्वारा आज के समय में लगभग सभी बिमारियों का इलाज किया जाता है। फीजियो थेरेपी में सर्वाइकल दर्द के लिए कई तरह कि एक्सरसाइज हैं, जो आपको सर्वाइकल पेन में पूरी तरह से राहत दिला सकती है।

अगर सर्वाइकल पेन से क्विक रिलीफ चाहिए तो ये घरेलू उपचार दे सकते हैं राहत
सर्वाइकल पेन की स्थिति में हॉट वॉटर बैग से सेकाई से आराम मिलता है। इसके अलावा दर्द वाली जगह पर बर्फ से सेकाई कर सकते हैं। दिन में लगभग 3-4 बार बर्फ की सेकाई करने से राहत मिलती है। इसके अलावा कुछ पेन रिलीफ जेल का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
इससे भी मिलेगी राहत
खराब लाइफ स्टाइल में सुधार लाकर, डेली एक्सरसाइज करने से भी सर्वाइकल पेन में राहत मिलती है। एक ही जगह पर लगातार बैठने की अपनी आदत में सुधार करें। कोई भारी वस्तु न उठाएं, इससे सर्वाइकल पेन बढ़ सकता है। स्ट्रेस से बचें, तनाव के चलते भी सर्वाइकल का पेन बढ़ने की समस्या हो सकती है।
क्या ना करें
सर्वाइकल पेन की स्थिति में किसी पहलवान से जाकर झटका लगवाना या मालिश करना दर्द को और बढ़ा सकता है। जानकारी के अभाव में दिया गया ट्रीटमेंट कई बार मांसपेशियों में अधिक खिंचाव या परमानेंट इंजरी की वजह बन सकते हैं।
सर्वाइकल पेन के बारे में कैसे पता करें?
गर्दन या कंधे के आस-पास के हिस्से में ज्यादा दिनों तक दर्द रहने की स्थिति में किसी स्पाइन सर्जन से कंसल्ट करें। डॉक्टर सबसे पहले आपकी गर्दन का एक्स रे कराते हैं और साथ में कुछ मेडिसिन लिखते हैं, जो कि पेन, नर्व पेन के लिए होती हैं। अगर उससे 2-4 या 10 दिन में फायदा नहीं होता तो आपको एमआरआई कराने की जरूरत पड़ती है। ये आपकी गर्दन, यानी सर्वाइकल स्पाइन के बारे में पूरी जानकारी देता है। एमआरआई में ज्यादा समस्या ना समझ आने पर डॉक्टर मेडिसिन, फिजियोथैरिपी की सलाह देते हैं।
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