चीनी पत्रकार को दोबारा 4 साल की सजा, वुहान में कोविड पर रिपोर्टिंग की थी; इस बार… – भारत संपर्क


पत्रकार झांग झान.
कोविड महामारी की शुरुआती खबरें दिखाने वाली चीनी पत्रकार को फिर से 4 साल जेल की सजा सुनाई गई है. झांग झान 2020 कोविड पर रिपोर्टिंग के कारण 4 साल से जेल में थीं. अब उन्हें एक अलग मामले में 4 जेल की सजा सुनाई गई है. झांग झान को अगस्त 2024 में झगड़ा करने और परेशानी पैदा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. यह आरोप चीन में अक्सर उन लोगों के खिलाफ लगाया जाता है जो सरकार की आलोचना करते हैं.
झांग झान 42 साल की हैं. उनके खिलाफ नया मुकदमा शंघाई की एक अदालत में चलाया गया. पिछले मुकदमे में झांग झान को 2020 में वुहान शहर की यात्रा के बाद गिरफ्तार किया गया था. वुहान वही जगह है, जहां कोविड-19 की शुरुआत हुई थी. उन्होंने वुहान में महामारी के दौरान के हालात रिकॉर्ड किए थे और अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए थे. इसी कारण 2020 में उन्हें 4 साल की जेल हुई. झांग को मई 2024 में रिहा किया गया था, लेकिन 3 महीने बाद ही फिर अरेस्ट कर लिया गया.
मामले को दबाने की कोशिश
7 विदेशी राजनयिक झांग के मामले पर नजर रखना चाहते थे, लेकिन उन्हें चीन आने से रोक दिया गया. अधिकारियों ने उनके दस्तावेज ठीक न होने का बहाना बनाया. चीन के विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उन्हें झांग झान के मामले की जानकारी नहीं है. मंत्रालय ने भी इस मामले की सजा की पुष्टि नहीं की.
ब्रिटेन में रहने वाली कार्यकर्ता जेन वांग ने बताया कि झांग को अगस्त 2024 में हिरासत में लिया गया था. झांग पर आरोप है कि उन्होंने विदेशी सोशल मीडिया पर देश की छवि खराब करने वाली झूठी जानकारी फैलाई. जनवरी में यह भी बताया गया था कि झांग भूख हड़ताल पर थीं और उन्हें जबरन गैस्ट्रिक ट्यूब के जरिए खाना दिया जा रहा था.
बिना सबूत के मुकदमा चलाया गया
न्यूयॉर्क की कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स की एशिया-प्रशांत निदेशक बेह लीह यी ने कहा कि झांग झान पर दूसरी बार बिना ठोस सबूत के मामला चलाया गया है. यह उनका पत्रकारिता करने के लिए जबरदस्त उत्पीड़न है. उन्होंने कहा कि चीनी अधिकारियों को झांग की मनमानी गिरफ्तारी बंद करनी चाहिए, सारे आरोप वापस लेने चाहिए और उन्हें तुरंत रिहा करना चाहिए.
चीन में सबसे ज्यादा पत्रकार जेल में
रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (RSF) के अनुसार, चीन ऐसा देश है, जहां सबसे ज्यादा पत्रकार जेल में हैं. वहां 124 पत्रकार जेल में हैं. 2025 के RSF प्रेस फ्रीडम इंडेक्स में चीन 180 देशों में से 178वें नंबर पर है.
झांग को 4 साल की नई सजा मिलने से एक हफ्ते पहले चीन सरकार ने एक नया कानून बनाया. इसमें लोगों को आपातकाल की स्थिति की रिपोर्ट करने की अनुमति दी गई है. इसके लिए सरकार ने अपने पुराने नियमों में बदलाव किया.