जर्जर मार्ग से रेलवे स्टेशन पहुंचने की मजबूरी, प्रकाश…- भारत संपर्क
जर्जर मार्ग से रेलवे स्टेशन पहुंचने की मजबूरी, प्रकाश व्यवस्था का भी अभाव, हादसे का खतरा
कोरबा। रेलवे स्टेशन पहुंच मार्ग जर्जर हो चुकी है। यह स्थिति स्टेशन मुख्य द्वार और सेकंड एंट्री दोनों तरफ की है। बावजूद इसके समस्या पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। मार्ग पर देर तक लोगों की आवाजाही होती है। लेकिन मरमत पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इससे हादसे की आशंका बनी हुई है। प्रकाश व्यवस्था का भी अभाव बना हुआ है। रेलवे स्टेशन कोरबा के नहर पुल और सेकेंड एंट्री की जर्जर सड़क से लोगों की आवाजाही मुश्किल हो गया है। नहर पुल की लगभग 100 मीटर की सड़क जर्जर है। पुल के समीप ही ढलान है। वहीं नाला पुल की रेलिंग भी जर्जर हो चुकी है। ढलान की वजह से कई बार वाहन बीच में बंद हो जाती है। इससे हादसे का खतरा बना हुआ है। इसी तरह की स्थिति एसईसीएल, रेलवे कॉलोनी व मानिकपुर से रेलवे स्टेशन की सेकंड एंट्री तक की सड़क है। मार्ग पर कोयला लोड भारी वाहनों का दबाव रहता है। इसकी वजह से सड़क बदहाल हो गई है। इसके अलावा सड़क के किनारे दोनों ओर धूल की मोटी परत जमी हुई है। बारिश होने पर सड़क के किनारे कीचड़ हो जाती है। मौसम साफ रहने पर धूल के गुबार लोगों के लिर परेशानी का सबब बन जाता है। जबकि इस मार्ग पर देर रात तक ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों को आवाजाही में असुविधा हो रही है।पावर हाउस रोड नहर पुल से संजय नगर नहर मार्ग की अधिकांश स्ट्रीट लाइटें खराब हो चुकी है। शाम होते ही मार्ग पर अंधेरा पसर जाता है। इस मार्ग का दायी किनारा जर्जर नहर के मरमत के अभाव में धीरे-धीरे छुकने लगा है। इससे सड़क कभी भी धमकने का खतरा बना हुआ है। इधर संजय नगर नहर मार्ग पर लोगों की सुरक्षा के लिए दीवाल की रेलिंग का निर्माण किया गया है। इसमें से कुछ हिस्सा पहले ही गिर चुका था। हाल में हुए रुक-रुककर बारिश की वजह से भी कुछ हिस्सा और धसककर गिर गया है। इसके अलावा पाथ-वे की कांक्रिट सड़क का अधिकांश हिस्सा भी छुक गया है। सड़क पर दरार पड़ गई है। लेकिन समस्या पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।