रतनपुर थाने के लाइन अटैच टीआई और आरक्षकों की बहाली की मांग…- भारत संपर्क

ऐसा बहुत कम होता है कि पुलिस अधिकारी के तबादले पर जनता उन्हें वापस लौटाने की मांग करें, लेकिन रतनपुर में इन दिनों ऐसी ही मांग सामने आ रही है। रतनपुर में रविवार रात आदतन गुंडा बदमाश ने थाने में पहुंचकर हंगामा मचाया वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस ने टीआई समेत 6 पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर दिया ,जिसका विरोध रतनपुर के जन प्रतिनिधि और स्थानीय नागरिक कर रहे हैं, जिनका कहना है कि एसपी ने बिना सच्चाई जाने ही पुलिस कर्मियों के साथ अन्याय किया है।

रविवार की रात रतनपुर में क्षेत्र का आदतन बदमाश विकास रावत उर्फ विक्की नशे की हालत में घायल होकर पहुंचा, जिसने आरोप लगाया कि शराब भट्टी के पास किसी ने उस पर ब्लेड से हमला किया है। इसी बात पर वह थाने में ही चीखने चिल्लाने और गाली गलौज करने लगा। उसने टीआई के खिलाफ भी आपत्तिजनक बातें कहीं। वह शराब के नशे में था। गलती बस इतनी थी कि पुलिस सख्ती बरतने की बजाय यह सब कुछ सहती रही। किसी पुलिसकर्मी ने ही इसका वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जिसे देखकर पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने तत्काल टीआई रजनीश सिंह समेत 6 पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर दिया। इस मामले में आरक्षक नंदकुमार यादव, अजय भारद्वाज, घनश्याम राठौर, दुर्गेश प्रजापति, राकेश आनंद को लाइन अटैच किया गया है। मजे की बात है कि जिन पुलिस कर्मचारियों पर गाज गिरी है उनमें से दो पुलिसकर्मी तो उस दिन ड्यूटी पर ही नहीं थे। बताया जा रहा है कि वीडियो में जो पुलिसकर्मी दिख रहे हैं उनके खिलाफ तो कार्रवाई नहीं हुई बल्कि ऐसे पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही हुई है जो उस वक्त थाने में नहीं थे।

इधर स्थानीय नागरिकों ने बुधवार को एसपी से मुलाकात कर अपनी बात रखी और कहा कि बिना वास्तविकता जाने टीआई और पुलिस कर्मियों को लाइन अटैच करने से उनका मनोबल गिरेगा। टीआई रजनीश सिंह के पद स्थापना के बाद से ही रतनपुर में अपराधियों के हौसले पस्त हुए हैं और अपराध की संख्या घटी है। ट्रैफिक व्यवस्था में भी सुधार आया है और महिलाएं भी खुद को सुरक्षित महसूस कर रही है। केवल एक घटना से उनकी कार्यशैली का आंकलन नहीं किया जाना चाहिए। पार्षद नीतू सिंह सहित स्थानीय नागरिकों ने इन पुलिसकर्मियों की बहाली की मांग की है।