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मंत्री के निर्देश के बाद भी, ना जांच, ना कार्यवाही, उप-संचालक पंचायत पर मेहरबान जिला पंचायत सीईओ, प्रशासनिक महकमे में मेहरबानी की चर्चा, कांग्रेस शासन काल में नहीं हुई कार्रवाई, भाजपा के राज में भी शिकायतों के बाद उप-संचालक पंचायत पर मेहरबानी जारी
कोरबा। कार्यालय उपसंचालक पंचायत जूली तिर्की पर जिला पंचायत सीईओ कोरबा की खास मेहरबानी है। तमाम शिकायतों के बाद भी उपसंचालक साहिबा पर कार्रवाई तो दूर जांच की आंच तक नहीं आई है। जिला पंचायत सीईओ की इस खास मेहरबानी की चर्चा प्रशासनिक महकमें में है। प्रदेश में भले ही सत्ता बदल गई। लेकिन उपसंचालक पंचायत पर तमाम शिकायतों के बाद कार्रवाई तक नहीं हुई। कांग्रेस शासन काल में पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने 140 सचिवों के नियम विरूद्ध तबादले की शिकायत की थी। जांच के लिए आदेश दिए गए। लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। स्थिति भाजपा के राज में भी नहीं बदली है। विभागीय कर्मचारी रेवाशंकर नायक की शिकायत पर प्रदेश के उद्योग वाणिज्य व श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन के कलेक्टर को जांच कर कार्रवाई के निर्देश के बाद भी कार्रवाई नहीं की जा रही है।उपसंचालक पंचायत में कार्यालय सहायक वर्ग 2 रेवा शंकर नायक ने केबिनेट मंत्री लखन लाल देवांगन से उपसंचालक पंचायत सुश्री जूली तिर्की की शिकायत की है। जिसमें कर्मचारी ने गंभीर आरोप लगाए है। जिसमें कहा गया है कि जूली तिर्की प्रभारी उपसंचालक पंचायत के पद पर पदस्थ है। उनके द्वारा अधिनस्थ कर्मचारियों को अनुचित ढ़ंग से परेशान किया जा रहा है।विभागीय कार्यो में विवादित रहने में मशहूर, सचिवों के पे स्लिप आदि कार्य नहीं किया जा रहा है। विभागीय जांच में भ्रष्टाचार किए जाने संबंधी कलेक्टर व जिला पंचायत सीईओ को प्रस्तुत शिकायत के संबंध में प्रभार से हटाकर उनके विरूद्ध जांच कराने व उचित कार्रवाई की मांग की गई है। साथ ही कर्मचारी ने यह भी आरोप लगाया है कि उन्हें बेवजह परेशान किया जा रहा है। ग्राम पंचायत सचिवों को लेखा अधिकारी से हस्ताक्षर कराकर प्रदान किए जाने पर जिला पंचायत सीईओ के पास शिकायत कर दिया गया है। जिससे सीईओ द्वारा नौकरी से बाहर करने संबंधी धमकी दी गई है। उपसंचालक द्वारा इस संबंध में कूटरचित ढ़ंग से उनके विरूद्ध कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने संबंधी नस्ती प्रस्तुत किया गया है। ऐसे में उपसंचालक पंचायत के विरूद्ध जांच करते हुए प्रभार से पृथक करने की कार्रवाई की मांग कर्मचारी ने की है। जिस पर केबिनेट लखन लाल देवांगन ने कलेक्टर को जांच कर आवश्यक कार्रवाई हेतु मार्क किया है। हैरानी इस बात की है कि केबिनेट मंत्री के इस निर्देश के बाद भी उपसंचालक पंचायत सुश्री जूली तिर्की के खिलाफ कार्रवाई तो दूर जांच तक कराना मुनासिब नहीं समझा जा रहा है। परदे के पीछे से उपसंचालक पंचायत कोरबा को जिला पंचायत के बड़े अफसर का शह मिला हुआ है। उम्मीद की जा रही थी कि प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद 140 सचिवों के नियम विरूद्ध तबादले की ननकीराम कंवर की शिकायत पर प्रशासन एक्शन लेगी। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। भाजपा के राज में भी केबिनेट मंत्री के निर्देश के बावजूद उपसंचालक पंचायत जूली तिर्की पर अफसरों की खास मेहरबानी बनी हुई है। प्रशासनिक गलियारे में इसकी चर्चा जमकर हो रही है।