Digital Detox: मोबाइल की लत बन जाएगी मुसीबत, खुद को डिजिटल डिटॉक्स करने के लिए…


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Digital Detox Tips: मोबाइल फोन का इस्तेमाल आज कल हर एक काम करने के लिए किया जाता है. बिजली-पानी का बिल भरने से लेकर शॉपिंग और यहां तक की पढ़ाई के लिए मोबाइल फोन काम आ रहा है. वहीं, घंटों इंस्टाग्राम और फेसबुक पर रील्स देखना भी आम हो गया है. बच्चों से लेकर बड़े तक मोबाइल के आदि हो गए हैं. कुछ लोगों को मोबाइल की लत इतनी ज्यादा हो गई है कि वो खाना खाने से लेकर टॉयलेट जाते समय भी मोबाइल फोल का इस्तेमाल करते हैं. यही वजह है कि रात-रात भर लोग फोन पर वेब सीरीज और रील्स देखते रहते हैं.
मोबाइल फोल की लत लगना आपके लिए मुसीबत बन सकता है. जी हां, जरूरत से ज्यादा मोबाइल का इस्तेमाल न सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डालता है. फोन से निकलने वाली इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन और ब्लू लाइट हमारे शरीर के लिए नुकसानदायक होती है, जिससे सेहत से जुड़ी कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. इससे आंखों की रोशनी कम होती है, मेमोरी पावर कम होती है और डिप्रेशन -एंग्जायटी जैसी समस्याओं का भी खतरा रहता है. चलिए जानते हैं कि कैसे आप स्क्रीनटाइम को कम कर सकते हैं.
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क्या कहती हैं एक्सपर्ट?
डॉ. अनामिका पपरीवाल बताती हैं कि, जरूरत से ज्यादा मोबाइल इस्तेमाल करना डिप्रेशन का सबसे बड़ा कारण है. क्योंकि जब किसी को मोबाइल की लत लग जाती है तो वो अपनी पूरी दुनिया मोबाइल को ही समझने लगता है और सोशली खुद को अलग रखता है. इस स्थिति को आइसोलेशन कहा जाता है. इसके अलावा इससे मैनेजमेंट भी बिगड़ने लगता है. व्यक्ति चिढ़चिढ़ा हो जाता है और एंगर इश्यू भी बढ़ने लगता है. इससे फिजिकल हेल्थ पर भी बुरा असर पड़ता है. ज्यादा मोबाइल इस्तेमाल करने से सिर दर्द, थकान और पेट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं. कुछ लोग खाना खाते समय मोबाइल यूज करते हैं, जिससे उनका सारा ध्यान फोन पर ही रहता है न की खाने पर, जिससे खाना सही ढंग से पच नहीं पाता और कब्ज -गैस की शिकायत होने लगती है. चलिए अब जान लें कि आप कैसे खुद को मोबाइल से दूर रख सकते हैं.
1. स्क्रीन टाइम की तय करें लिमिट
कुछ लोगों को मोबाइल पर रील्स स्क्रॉल करते समय टाइम का पता ही नहीं चलता है. ऐसे में वो घंटों फोन पर ही लगे रहते हैं. ऐसे में आपको स्क्रीन टाइम की लिमिट तय करना जरूरी है. इसके लिए अब तो कई फोन्स में फीचर्स भी आ गए हैं. जैसे आप Digital Wellbeing या Screen Time फीचर का इस्तेमाल करके स्क्रीन लिमिट तय कर सकते हैं. साथ ही कोशिश करें की बिना वजह सोशल मीडिया स्क्रॉलिंग करना बंद करें.
2. घर में बनाएं नो-फोन जोन
घर में फ्री होकर कुछ लोगों को फोन चलाना बहुत पसंद होता है. वहीं, मोबाइल की लत वाले लोग तो हर वक्त फोन में ही लगे रहते हैं. चाहे वो डाइनिंग टेबल पर खाना खा रहे हैं और लिविंग रूम में टीवी देख रहे हों. ऐसे में अपने घर में ही आप नो फोन जोन बना लें. जैसे डाइनिंग टेबल और लिविंग रूम कोई फोन नहीं चलाएगा. फैमिली के साथ बात चीत करने की आदत डालें.
3. नोटिफिकेशन करें ऑफ
अगर आपके फोन में भी हर एक एप पर नोटिफिकेशन आ रही है तो इससे मोबाइल की लत और बढ़ सकती है. ऐसे में कोशिश करें कि अनावश्यक ऐप्स की नोटिफिकेशन बंद कर दें. सिर्फ जरूरी मैसेज या कॉल्स के लिए ही नोटिफिकेशन को ऑन रखें.
4. कुछ नया सीखें
अगर आप खुद को किसी नई चीज में बिजी करते हैं तो मोबाइल फोन से कुछ देर के लिए अलग रह सकते हैं. जैसे किताबे पढ़ना शुरू करें. म्यूजिक सुने या फिर योग और मेडिटेशन को समय दें. या आप कोई डांस क्लास या फिर स्मिविंग क्लास भी ज्वाइन कर सकते हैं और अपना फ्री टाइम वहां दे सकते हैं.
5. डिजिटल फास्टिंग करें
मोबाइल से दूरी बनाने का ये भी एक असरदार तरीका है. डिजिटल डिटॉक्स का मतलब है हफ्ते में किसी एक दिन कुछ घंटों के लिए पूरी तरह से मोबाइल को ऑफ कर दें. वो समय आप अपनी फैमिली, दोस्तों या फिर लव वन्स के साथ बिता सकते हैं.
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