परिवारों की समस्या जानने पूर्व मंत्री पहुंचे चन्द्रनगर, दौरा…- भारत संपर्क
परिवारों की समस्या जानने पूर्व मंत्री पहुंचे चन्द्रनगर, दौरा कर भू-विस्थापितों से की मुलाकात
कोरबा। पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने शनिवार को एसईसीएल कुसमुंडा खदान से प्रभावित ग्राम जटराज के चन्द्रनगर का दौरा कर भू-विस्थापितों की समस्याएं जानी। इस दौरान उन्होंने प्रभावित परिवारों की समस्याओं व उनकी बसाहट के लिए प्रबंधन एवं प्रशासन द्वारा किए जा रहे व्यवस्थाओं की भी जानकारी ली। ग्रामीणों की समस्याएं सुनने के बाद पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि लगभग 10 साल पहले जिन ग्रामीणों ने मुआवजा भुगतान प्राप्त कर लिया था,उन परिवारों से योग्य लोगों को रोजगार भी उपलब्ध हो गया है। वहीं दूसरी ओर जिन लोगों ने मुआवजा राशि का भुगतान नहीं प्राप्त किया था, उन परिवारों के समक्ष गंभीर समस्याएं हैं। ग्रामीणों को पूर्व में यह भी आश्वस्त किया गया था कि शेष बचे हुए 40 परिवारों के योग्य युवाओं को रोजगार दिलाया जाएगा,लेकिन ऐसा नहीं हुआ। प्रभावितों को जहां विस्थापन और पुनर्वास की बात कही गई थी उसका भी पालन नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की मांग और सुविधाओं का ध्यान रखते हुए विस्थापन और पुनर्वास की व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि दो माह पहले ही संबंधित विभागों व अधिकारियों को पत्र लिखा था, जिस पर संज्ञान लेते हुए कलेक्टर ने बसाहट हेतु चयनित स्थल का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए निर्देशित किया था। लेकिन समतलीकारण का काम बंद है। वहीं ग्रामीणों ने बरसात तक घरों को नहीं उजाड़ने की फरियाद की है। लेकिन बिना समुचित व्यवस्था करवाए ही भरी बरसात में ग्रामवासियों को जमीन से बेदखल करने की इरादे से काम किया जा रहा है। प्रस्तावित बसाहट क्षेत्र में भू स्खलन की वजह से भी गंभीर समस्या बनी हुई है। जटराज में अभी 150 परिवार निवासरत हैं। इस दौरान पूर्व महापौर राजकिशोर प्रसाद, प्रदेश सचिव विकास सिंह, कांग्रेस जिलाध्यक्ष नत्थू लाल यादव आदि उपस्थित थे।
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11 घरों को तोड़ने की कार्यवाही को बताया गलत
ग्राम जटराज के बाद जयसिंह अग्रवाल ने कुसमुंडा क्षेत्र के इमलीछापर का दौरा किया। उन्होंने यहां 11 लोगों के घरों को तोड़ने की कार्यवाही को गलत बताते हुए कहा कि बारिश को देखते हुए भी मकान तोड़ देना बिल्कुल भी न्योचित नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रशासन प्रभावित परिवारों की समस्याओं के प्रति गंभीर नहीं है। श्री अग्रवाल ने कहा कि कोरबा सुनालिया अण्डर ब्रिज निर्माण के जद मे आने वाले प्रभावितों को उदारतापूर्वक डीएमएफ मद से मुआवजा राशि का भुगतान किया गया है, उसी प्रकार कुसमुण्डा के प्रभावित परिवारों को तत्काल मुआवजा राशि का भुगतान करना चाहिए। उन्होंने प्रभावितों की समस्याओं का निराकरण नहीं होने पर बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।