Ghar Ki Kheti: महंगे ड्रैगन फ्रूट गमले में उगाएं, ये रही स्टेप बाय स्टेप जानकारी


Dragon Fruit Growing And Planting TipsImage Credit source: getty image
घर में छोटा सा किचन गार्डन तो होना ही चाहिए, क्योंकि इससे आप बिना केमिकल वाली ऑर्गेनिक सब्जियां, फल खा पाते हैं और ये फ्रेश भी होते हैं, जिससे ज्यादा फायदा मिलता है. मार्केट में आजकल ज्यादातर चीजों में मिलावट हो रही है यहां तक की फ्रूट और सब्जियां भी केमिकल वाली आ रही हैं. ऐसे में घर में फल-सब्जी उगाना एक बेहतरीन आइडिया है, लेकिन बहुत सारे घरों में इतनी जगह नहीं होती है कि अलग से गार्डन बनाया जाए. ऐसे में लोग घर की छत या फिर बालकनी में ही पौधे लगाते हैं. ड्रैगन फ्रूट की मार्केट में अच्छी खासी कीमत होती है, लेकिन आप इसे आसानी से घर पर उगा सकते हैं. इसके लिए बस आपको थोड़ी सी खुली जगह चाहिए होगी, इसलिए आप अपने घर का कोई कोना चुन सकते हैं.
घर की छत, बालकनी या आंगन में पौधे लगाने से फ्रेश हवा भी मिलती है और देखने में भी अच्छा लगता है. बागवानी स्ट्रेस को कम करने और खाली समय में खुद को बिजी रखने का बेहतरीन तरीका है. ऐसे में सजावटी पौधों के साथ ही अगर फल सब्जियां भी उगा ली जाएं तो ये सोने पर सुहागा वाली बात हो जाती है. तो चलिए जान लेते हैं ड्रैगन फ्रूट को घर पर कैसे उगाएं और ये कितना फायदेमंद है.
ड्रैगन फ्रूट के पोषक तत्व
हेल्थलाइन के मुताबिक ड्रैगन फ्रूट में कई जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं. इसकी 100 ग्राम की मात्रा में डेली जरूरत का 5 प्रतिशत विटामिन सी, 3 ग्राम फाइबर, 1 प्रतिशत आयरन, 2 प्रतिशत मैग्नीशियम, 0.39 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है. इसके अलावा इसमें फ्लेवोनॉयड्स भी होते हैं. इस पर कुछ रिसर्च भी हैं. ड्रैगन फ्रूट के फायदों की बात करें तो इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स इंफ्लामेशन (सूजन) को कम करते हैं साथ ही इसमें रोगाणुरोधी गुण भी पाए जाते हैं.
ड्रैगन फ्रूट उगाने की अहम बातें
क्लाइमेट और लोकेशन
ड्रैगन फ्रूट उगाने के लिए 30 या 40 डिग्री सेल्सियस तक तापमान सही माना जाता है, इसलिए ये भारत के कई हिस्सों में आसानी से उगाया जा सकता है. गर्मी के दिनों में भी इस प्लांट को ग्रो होने में समस्या नहीं आती है. इस पौधे को ऐसी जगह लगाना चाहिए जहां दिन में कम से कम 6 घंटे धूप आती हो, इसलिए छत सबसे बेहतरीन जगह रहती है.
प्लांट सपोर्ट के लिए स्ट्रक्चर
ड्रैगन प्लांट एक कैक्टस होता है जो ऊपर की ओर बढ़ता है और इसकी पत्तियां लंबाई में काफी भारी होती हैं, इसलिए इस पौधे के लिए एक सपोर्ट स्ट्रक्चर बेहद जरूरी होता है. आप धातु का जाल बनवा सकते हैं या फिर घर पर मजबूत लकड़ी को बांधकर स्ट्रक्चर तैयार किया जा सकता है.
मिट्टी का पीएच सही होना जरूरी
किसी भी तरह का पौधा लगाएं तो सबसे पहले मिट्टी पर ध्यान देना जरूरी होता है. ड्रैगन फ्रूट का पौधा लगाने के लिए भी जरूरी है कि मिट्टी का पीएच सही हो. इसके लिए सबसे अच्छी मिट्टी रेतीली-दोमट होती है. इसके लिए आप बगीचे के लिए ली जाने वाली नॉर्मल मिट्टी को 40 प्रतिशत, रेत 15 प्रतिशत, 25 प्रतिशत कोकोपीट, साथ में 20 प्रतिशत खाद मिलाकर तैयार कर सकते हैं.
सही खाद का इस्तेमाल करना
घर में खेती लोग इसलिए ही करते हैं ताकि वह ऑर्गेनिक चीजें खा सकें, इसलिए केमिकल वाली खाद न खरीदें. इसकी जगह कम्पोस्ट या फिर गोबर वाली खाद का इस्तेमाल करें. हर दो महीने में इसमें खाद डालते रहें.
ड्रैगन फ्रूट प्लांट की रोपाई
सबसे पहले मिट्टी को एक सीडलिंग ट्रे में डालें और इसमें प्लांट के बीज रोप दें. ध्यान रखें कि मिट्टी में सिर्फ हल्की नमी होनी चाहिए. फिलहाल अगर आपको एक या दो प्लांट ही लगाने हैं तो सीधे अलग-अलग गमले में बीज रोपना चाहिए. आप एक गमले में थोड़ी-थोड़ी दूरी पर दो से तीन बीज लगा सकते हैं. गमला थोड़ा चौड़ा और गहरा लेना चाहिए. अगर ट्रे में बीज लगाए हैं तो पौधे जब कम से कम 6 इंच तक के हो जाएं तो निकालकर गमले में इस तरह रोप दें कि जड़ पूरी तरह से मिट्टी से ढक जाए.
कटिंग से भी लगा सकते हैं प्लांट
ड्रैगन फ्रूट का प्लांट कटिंग से भी लगाया जा सकता है, इससे थोड़ी जल्दी फल आने लगते हैं. इशके लिए आपको एक बड़े प्लांट से लगभग 12 इंच का टुकड़ा निकालना होगा और फिर कटे हुए सिरे को कुछ दिन ऐसा ही छोड़ दिया जाता है ताकि ये सख्त हो जाए. उसके बाद इसे मिट्टी में तकरीबन 2 से 2.5 इंच की गहराई में लगा दें.
इतने दिन में आ जाते हैं फल
प्लांट की अगर सही तरह से देखभाल की जाए तो 30 दिन में ये काफी ग्रो हो जाते हैं और फल आना शुरू हो जाते हैं. 40 से 50 दिन में फलों को हार्वेस्ट किया जा सकता है. फल को आराम से तोड़ना चाहिए, जिससे पौधे को नुकसान न हो और सुबह का समय इसके लिए बेस्ट होता है. इससे टेस्ट और फ्रेशनेस ज्यादा अच्छी मिलेगी.