एक साल में कितने लोग खाते हैं शाही दावत, ट्रंप ने क्या-क्या खाया…दुनिया की सबसे खास… – भारत संपर्क


ट्रंप के लिए ब्रिटेन में आयोजित हुई शाही दावत
ब्रिटेन की शाही दावतें यानी स्टेट बैंकेट अपने आप में किसी फिल्मी सीन से कम नहीं लगतीं. सोने-चांदी की जगमगाहट, राजसी पोशाक में स्टाफ, लंबे-चौड़े हॉल और बेमिसाल शाही खानपान. यह महज एक डिनर नहीं होता बल्कि एक तरह की कूटनीति होती है. अंग्रेजी में कहे तो डिप्लोमेसी ऑन द डाइनिंग टेबल.
हाल ही में विंडसर कैसल में ऐसी ही भव्य दावत का आयोजन हुआ जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ब्रिटेन के मेहमान बने. दरअसल डोनाल्ड ट्रंप और फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रंप ब्रिटेन के दौरे पर हैं. उन्हें 41 तोपों की सलामी, 120 घोड़ों और 1300 सैनिकों की टुकड़ी ने सम्मानित किया. यह ब्रिटेन में किसी विदेशी राष्ट्राध्यक्ष के लिए सबसे बड़ा औपचारिक स्वागत था. उसके बाद शाही दावत हुई. आइए जानते हैं साल में कितनी बार होती है शाही दावत, इस बार का मेन्यू क्या था, वगैरह वगैरह…
साल में कितनी बार होती है शाही दावत?
ब्रिटेन की रॉयल फैमिली हर साल औसतन दो से तीन स्टेट बैंकेट आयोजित करती है. ये आयोजन तब होता है जब कोई राष्ट्राध्यक्ष ब्रिटेन की आधिकारिक यात्रा पर आता है. अधिकतर बार ये भोज बकिंघम पैलेस के भव्य बॉलरूम हॉल में रखे जाते हैं, जहां एक साथ 150 से 170 मेहमान बैठ सकते हैं.

शाही दावत की मेज
कभी-कभी, जैसे इस बार ट्रंप की यात्रा के दौरान, भोज विंडसर कैसल के सेंट जॉर्ज हॉल में होता है. यह हॉल 47 मीटर लंबी मेज और शूरवीरों के कोट ऑफ आर्म्स से सजा होता है.
मेन्यू कैसे तय होता है?
राजसी भोज का मेन्यू रॉयल किचन और मास्टर ऑफ हाउसहोल्ड मिलकर तय करते हैं. इसमें ब्रिटेन के खास क्षेत्रों की उपज, मौसमी फल-सब्ज़ियां और हल्के-फुल्के लेकिन आकर्षक व्यंजन चुने जाते हैं.
सबसे सख्त नियम है कि लहसुन और ज्यादा मसालेदार खाना नहीं होगा. इसकी वजह है शाही परिवार का लगातार लोगों से मुलाकात करना. बातचीत के दौरान लहसुन की गंध को असहज माना जाता है. यही कारण है कि प्रिंसेस डायना की शेफ कैरोलिन रॉब ने सालों पहले इस राज़ का खुलासा किया था.
ट्रंप का शाही मेन्यू कैसा था?
ट्रंप के लिए सजाई गई दावत का मेन्यू फ्रेंच में लिखा गया था, लेकिन उसका स्वाद पूरी तरह ब्रिटिश धरती से जुड़ा था.

ट्रंप का मेन्यू
स्टार्टर: हैम्पशायर वॉटरक्रेस पन्ना कोट्टा, पार्मेसन शॉर्टब्रेड और बटेर अंडे का सलाद
मुख्य व्यंजन: ऑर्गेनिक नॉरफ़ॉक चिकन बॉलोटीन, तोरी में लिपटा हुआ, थाइम और नमकीन जूस के साथ
डेजर्ट: वनीला आइसक्रीम बॉम्बे, अंदर से केंटिश रास्पबेरी सॉर्बेट और हल्के से पके विक्टोरिया प्लम्स
पेय लिस्ट में भी कोई कमी नहीं छोड़ी गई. विस्टन एस्टेट, क्यूवे 2016 से लेकर रिज़ वाइनयार्ड्स, मोंटे बेलो 2000 जैसी उम्दा वाइन परोसी गईं. खास बात यह रही कि 1945 विंटेज पोर्ट भी शामिल था. ट्रंप के राष्ट्रपति क्रमांक 45 की प्रतीकात्मक झलक. हालांकि, दिलचस्प है कि ट्रंप शराब नहीं पीते. इसके अलावा एक सिग्नेचर कॉकटेल था ट्रांसअटलांटिक व्हिस्की सॉर. इसमें जॉनी वॉकर, मार्मलेड की खटास, पेकान फोम और टोस्टेड मार्शमैलो को स्टार आकार के बिस्किट के साथ सजाया गया.
मैक्रों और दूसरे मेहमानों का मेन्यू से कितना अलग
शाही भोज में हर नेता के लिए मेन्यू अलग नहीं होता, लेकिन उसमें सीजनल और सांस्कृतिक टच जरूर दिया जाता है. उदाहरण के लिए, जब फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों आए, तो उनके मेन्यू में क्लासिक फ्रेंच प्रभाव के साथ ब्रिटिश व्यंजन जोड़े गए. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के दौरान शाकाहारी विकल्पों को खास तरजीह दी गई थी. लेकिन चाहे मेहमान कोई भी हो, लहसुन, सी-फ़ूड रिस्क या बहुत मसालेदार पास्ता जैसे व्यंजन कभी शामिल नहीं किए जाते.
दावत के दौरान कौन-कौन होता है शामिल?
मेहमान सूची हमेशा चर्चा में रहती है. इस बार हॉलीवुड सितारे नदारद थे. उनकी जगह टेक इंडस्ट्री और राजनीति के बड़े नाम शामिल हुए.
1. टेक दिग्गज: टिम कुक (Apple), जेनसन हुआंग (Nvidia), सैम ऑल्टमैन (OpenAI)
2. राजनीति और कूटनीति: प्रधानमंत्री कीर स्टारमर, चांसलर रचेल रीव्स, विदेश मंत्री यवेट कूपर, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो

ट्रंप और प्रिंस चार्ल्स
3. स्पोर्ट्स स्टार्स: गोल्फर निक फाल्डो और एथलीट डेम कैथरीन ग्रेंजर
4. ट्रंप के लिए सीटिंग भी खास रखी गई. वो बैठे थे किंग चार्ल्स और प्रिंसेस ऑफ वेल्स कैथरीन के बीच.
कब होती है शाही दावत?
शाही भोज आमतौर पर शाम 8 बजे शुरू होता है और आधी रात तक चलता है. शुरुआत होती है शाही फैनफेयर और रॉयल टोस्ट से. इसके बाद कोर्स दर कोर्स खाना परोसा जाता है. बीच-बीच में ऑर्केस्ट्रा ट्रंप के पसंदीदा गाने भी बजाता रहा जैसे Nessun Dorma और You Cant Always Get What You Want.