मायके नहीं जाने दे रहा था पति, पत्नी ने किया सुसाइड; यह देख पति भी फंदे पर … – भारत संपर्क
फिरोजाबाद में युवक ने लगाई फांसी
उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां एक महिला ने फांसी के फंदे से लटककर अपनी जान दे दी. महिला को मरा देख पति भी फांसी के फंदे से लटक गया, जिसका अभी इलाज जारी है. वहीं महिला के मायके वालों के मुताबिक, ससुराल वाले उसे मायके जाने से रोकते थे. साथ ही दहेज के लिए टॉर्चर करते थे. फिलहाल मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. वहीं घायल युवक का इलाज जारी है.
घटना सिरसागंज थाना क्षेत्र के सिरसाखास गांव की है. मृतक महिला का नाम सरस्वती उर्फ लवली है. सरस्वती की शादी साल 2019 में अंकित नाम के युवक के साथ हुई थी. दोनों की दो बच्चियां भी हैं, जिनमें एक बेटी चार साल की जबकि दूसरी बेटी छह महीने की है. परिजनों के मुताबिक, 20 अप्रैल शानिवार की देर शाम सरस्वती और अंकित के बीच झगड़ा हुआ था.
पत्नी को लटका देख खुद भी लटक गया फंदे से
इसके बाद गुस्साई सरस्वती घर की ऊपर वाली मंजिल के कमरे में चली गई थी. थोड़ी देर बाद जब अंकित उसे मिलने के लिए घर के ऊपर वाले कमरे में गया, तो वहां का मंजर देख अंकित के होश उड़ गए. अंकित ने देखा कि सरस्वती फांसी के फंदे से लटकी हुई है. यह देख अंकित नीचे वाले कमरे में आ गया और खुद भी फांसी लगाकर लटक गया.
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नहीं जाने देते थे मायके
उधर परिजनों को मामले की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों की मदद से दोनों को फांसी के फंदे से उतारा और पास के अस्पताल लेकर पहुंच गए.जहां डॉक्टर्स ने सरस्वती को मृत घोषित कर दिया. वहीं अंकित का इलाज जारी है. उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है.इस वजह से उसे आगरा एसएन मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है. साथ ही पुलिस को मामले की जानकारी दी गई, जिसके बाद पुलिस ने मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. परिजनों के मुताबिक, एक दिन पहले ही इनकी शादी की चौथी एनिवर्सरी थी. लेकिन मनमुटाव की वजह से दोनों ने एनिवर्सरी नहीं मनाई थी. उधर सरस्वती के मायके वालों का आरोप है कि सरस्वती मायके जाने के लिए बोल रही थी लेकिन उसका पति जाने के लिए मना कर रहा था. इस वजह से दोनों के बीच काफी कलह और मारपीट भी हुई थी. वहीं मृतक सरस्वती के भाई ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरस्वती के ससुराल वाले उसे अतिरिक्त दहेज के लिए परेशान कर रहे थे. वे उसे मायके भी नहीं जाने देते थे.