जीएसटी की छूट से ऑटोमोबाइल सेक्टर को मिली रफ्तार,10 दिन में…- भारत संपर्क
जीएसटी की छूट से ऑटोमोबाइल सेक्टर को मिली रफ्तार,10 दिन में ही बिके करीब 750 कार
कोरबा। जीएसटी की छूट बाजार को पसंद आ रही है। ऑटोमोबाइल सेक्टर सबसे ज्यादा गुलजार है।ऑटोमोबाइल सेक्टर में दुर्गा पूजा के दौरान करीब 750 चारपहिया गाड़ियों की बिक्री होगी। इसके लिए ग्राहकों ने पहले ही बुकिंग कराई है। यह गाड़ियां नवरात्र से शो- रूम से निकलकर ग्राहकों के घर पहुंच रही हैं। त्योहारी सीजन में दुपहिया से लेकर चारपहिया गाड़ियों तक की लंबी बुकिंग है। दुर्गा पूजा में सप्तमी, अष्टमी और नवमीं तक बड़ी संख्या दुपहिया व चारपहिया गाड़ियां सड़क पर आई है। जीएसटी में छूट का ही असर है कि लोगों में वाहनों की खरीददारी के लिए रुचि बढ़ी है। इससे बाजार भी काफी उत्साहित है। बाजार को उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में ऑटोमोबाइल सेक्टर में ही करीब 100 करोड़ रुपए से अधिक का कारोबार होगा। जीएसटी 2.0 सितंबर की 22 तारीख से लागू है। इसका असर प्रदेश की ऊर्जाधानी कोरबा में भी देखा जा रहा है। दुपहिया और चारपहिया गाड़ियों के शो- रूम में ग्राहक बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। लोग यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि जीएसटी की नई दरें लागू होने के बाद कार या बाइक की कीमत कितनी पड़ रही है? उन्हें न्यूनतम कितनी डाउन पेमेंट अभी करनी होगी? शो- रूम में काम करने वाले सेल्समैन ग्राहकों के हर सवाल का जवाब दे रहे हैं। लोग गाड़ी खरीद सकें इसके लिए प्रयास कर रहे हैं। कोरबा में ऑटोमोबाइल सेक्टर के अंतर्गत छोटी- बड़ी कंपनियों के कई शो- रूम हैं। यहां दोपहिया व चारपहिया गाड़ियों की नई- नई मॉडल है। समय के साथ गाड़ियों में बदलाव का नया मॉडल ग्राहकों को खूब भा रहा है। अपनी पंसदीदा कार या बाइक लेने के लिए ग्राहक कुछ अधिक रुपए खर्च करने से पीछे नहीं हट रहे हैं। इसे बाजार ग्राहकों की क्रय शक्ति से जोड़कर देख रहा है।
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28 की बजाय अब 18 फीसदी जीएसटी
पहले गाड़ियों की खरीदी पर ग्राहकों को 28 फीसदी जीएसटी देना होता था। गाड़ी के लग्जरी होने पर 28 फीसदी जीएसटी के साथ 20 फीसदी और उपकर देनी होती थी। कुल टैक्स 48 फीसदी होती थी। जीएसटी रिफॉर्म में केन्द्र सरकार ने 28 फीसदी जीएसटी को खत्म कर दिया है। इसके स्थान पर ग्राहकों से 18 फीसदी जीएसटी ली जा रही है। जैसे कार की कीमत आठ लाख रुपए है तो इसपर अभी एक लाख 44 हजार रुपए जीएसटी देना पड़ा रहा है, जो पहले दो लाख 40 हजार रुपए तक देना होता था। जीएसटी में इस कटौती से बाजार में काफी उत्साह देखा जा रहा है।