यूरोप से मिली भारत को गुड न्यूज, जो अमेरिका के साथ ना हुआ वो…- भारत संपर्क

भारत के लिए यूरोप से काफी अच्छी खबर आई है. खास बात तो ये है कि जो डील अभी तक अमेरिका से नहीं हो सकी वो यूरोप के चार बड़े देशों से हो गई. जिसकी जानकारी खुद देश के कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्टर पीयूष गोयल ने शनिवार को दी. उन्होंने कहा कि भारत और चार देशों के यूरोपीय समूह ईएफटीए के बीच मुक्त व्यापार समझौता एक अक्टूबर से लागू होगा. दोनों पक्षों ने 10 मार्च, 2024 को व्यापार और आर्थिक भागीदारी समझौते (टीईपीए) पर हस्ताक्षर किए. इस समझौते के तहत, भारत को इस समूह से 15 वर्षों में 100 अरब डॉलर के निवेश की प्रतिबद्धता प्राप्त हुई है, जबकि स्विस घड़ियों, चॉकलेट और तराशे व पॉलिश किए हुए हीरों जैसे कई उत्पादों पर कम या शून्य शुल्क की अनुमति दी गई है.
India-EFTA TEPA to come into effect from 1st October. pic.twitter.com/BE9QhFN7iU
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) July 19, 2025
100 अरब डॉलर और 10 लाख जॉब
गोयल ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट में कहा कि भारत-ईएफटीए समझौता एक अक्टूबर से लागू होगा. यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (ईएफटीए) के सदस्य आइसलैंड, लिकटेंस्टीन, नॉर्वे और स्विट्जरलैंड हैं. इस संगठन ने 100 अरब डॉलर के निवेश की प्रतिबद्धता जताई है. इसके तहत समझौते के कार्यान्वयन के बाद 10 वर्षों के भीतर 50 अरब डॉलर और अगले पांच वर्षों में 50 अरब डॉलर का निवेश होगा, जिससे भारत में 10 लाख प्रत्यक्ष रोजगार सृजित होंगे. इस ब्लॉक में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार स्विट्जरलैंड है. शेष तीन देशों के साथ भारत का व्यापार कम है.
80 फीसदी गोल्ड इंपोर्ट
इस समझौते के तहत, भारत अपनी 82.7 प्रतिशत शुल्क लाइनों या उत्पाद श्रेणियों की पेशकश कर रहा है, जो ईएफटीए निर्यात का 95.3 प्रतिशत कवर करती हैं, जिनमें से 80 प्रतिशत से अधिक आयात सोने का है. घरेलू ग्राहकों को घड़ियां, चॉकलेट, बिस्कुट और दीवार घड़ियां जैसे उच्च-गुणवत्ता वाले स्विस उत्पाद कम कीमतों पर उपलब्ध होंगे क्योंकि भारत व्यापार समझौते के तहत इन वस्तुओं पर सीमा शुल्क को 10 वर्षों में चरणबद्ध तरीके से समाप्त कर देगा.