विदेशी मुद्रा में भारत बना रहा रिकॉर्ड, 11 महीने में खजाने…- भारत संपर्क

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विदेशी मुद्रा में भारत बना रहा रिकॉर्ड, 11 महीने में खजाने…- भारत संपर्क
विदेशी मुद्रा में भारत बना रहा रिकॉर्ड, 11 महीने में खजाने में आए 4 लाख करोड़

भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में मौजूदा वित्‍त वर्ष में 50 बिलियन डॉलर का इजाफा देखने को मिला था.

भले ही विदेशी मुद्रा भंडार बीते एक हफ्ते में गिरावट देखने को मिली हो, लेकिन बीते 10 से 11 महीनों में देश के खजाने में जबरदस्त इजाफा देखने को मिला है. इस दौरान करीब 4 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की बढ़ोतरी देखने को मिली है. वैसे देश का विदेशी मुद्रा भंडार करीब ढाई साल पहले के हाईएस्ट लेवल पर नहीं पहुंच सका है. जानकारों की मानें तो आने वाले दिनों में विदेशी मुद्रा भंडार में इजाफा देखने को मिलेगा. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर मौजूदा समय में विदेशी मुद्रा भंडार कितना हो गया है.

दो महीने के लोअर लेवल पर विदेशी भंडार

देश का विदेशी मुद्रा भंडार 9 फरवरी को समाप्त सप्ताह में गिरावट देखने को मिली है. यह गिरावट 5.24 अरब डॉलर यानी 43 हजार करोड़ रुपए आई है. जिसके बाद देश का विदेशी मुद्रा भंडार 617.23 अरब डॉलर रह गया है. इससे एक सप्ताह पहले कुल विदेशी मुद्रा भंडार 622.5 अरब डॉलर रहा था. खास बात तो ये है कि देश का विदेशी मुद्रा भंडार अक्टूबर, 2021 में 645 अरब डॉलर के लाइफ टाइम हाई पर पहुंच गया था. मौजूदा समय में देश का विदेशी मुद्रा भंडार अभी भी 28 अरब डॉलर कम है.

मौजूदा साल में कितना हुआ इजाफा

अगर बात मौजूदा वित्त वर्ष में भारत के विदेशी मुद्रा के खजाने में जबरदस्त इजाफा देखने को मिला है. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष में विदेशी मुद्रा भंडार में 50.28 अरब डॉलर इजाफा हुआ है. भारतीय रुपए में इसकी गणना करें तो यह रकम 4 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की बैठ रही है. जबकि पाकिस्तान के पास कुल विदेशी मुद्रा भंडार 13 बिलियन डॉलर का है. अब आप समझ सकते हैं कि आखिर भारत का विदेशी मुद्रा भंडार कितना स्ट्रांग हो चुका है.

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असेट्स में भी कमी

रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक, दो फरवरी को समाप्त सप्ताह में मुद्राभंडार का अहम हिस्सा मानी जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियां 4.07 अरब डॉलर घटकर 546.52 अरब डॉलर रही. परिणामस्वरूप, रुपया इस वित्त वर्ष में अब तक की सबसे अच्छी एशियाई मुद्रा रही है. कुल भंडार में कमी विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों में तेज गिरावट के कारण हुई, जो भंडार का सबसे बड़ा घटक है. रिजर्व बैंक के मुताबिक, समीक्षाधीन सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष के पास भारत की आरक्षित जमा भी 2.8 करोड़ डॉलर घटकर 48.32 अरब डॉलर रहा.

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