सोलापुरी माता पूजा पंडाल में जगन्नाथ धाम हो उठा साकार,…- भारत संपर्क




श्री सोलापुरी माता पूजा सेवा समिति द्वारा इन दिनों बारह खोली चौक, स्टेशन रोड में माता पूजा का आयोजन किया जा रहा है। आयोजन के तीसरे दिन रविवार को यहां भक्तों ने श्री जगन्नाथ पुरी के दर्शन किए । सनातन के चार प्रमुख धाम में से एक जगन्नाथ धाम में विराजित भगवान जगन्नाथ, बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा की अलौकिक प्रतिमा के दर्शन कर भक्त निहाल हो गए। प्रतिदिन की भांति इस दिन भी पुजारी पार्थ सारथी और उनके सहयोगी उनके सुपुत्र अभिषेक, शिष्य हरि, श्रीकांत,सोमेश, अनिल, ऋषि , जॉनी आदि ने इन देव प्रतिमाओं का निर्माण किया, जिनकी विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की गई ।


आयोजन समिति के अध्यक्ष वी रामाराव ने बताया कि जगत के नाथ, जगन्नाथ का ऐतिहासिक मंदिर पुरी के तट पर स्थित है, जिसके दर्शन करने हर वर्ष लाखो श्रद्धालु पुरी जाते हैं। यह भगवान कृष्ण का ही एक स्वरूप है ।वैष्णव संप्रदाय के इस मंदिर से निकलने वाली रथ यात्रा विश्व प्रसिद्ध है। पौराणिक कथा अनुसार भगवान पहले नील माधव के रूप में पूजे जाते थे । भगवान श्री कृष्ण के परम भक्त राजा इंद्रधूम्न ने स्वप्न आदेश के बाद समुद्र तक पर मंदिर की स्थापना की थी। हर सनातनी जीवन में कम से कम एक बार भगवान जगन्नाथ के दर्शन करना आवश्यक चाहता है। बिलासपुर के देवी भक्तों का यही सपना इस रविवार को पूरा हुआ। यहां भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा की मनमोहक प्रतिमाएं स्थापित की गई ।वैदिक मंत्रोच्चार के साथ देव प्रतिमाओं की पूजा अर्चना और आरती की गई, जिसके साक्षी बनने हजारों श्रद्धालु पूजा पंडाल पहुंचे।

आपको बता दे कि इस बार परिवर्तित स्थल पर यह आयोजन किया जा रहा है जहां शाम ढलते ही महिलाएं, बच्चे, बूढ़े सभी पहुंचने लगते हैं। समिति के वॉलिंटियर्स सब की बैठक व्यवस्था से लेकर पेयजल और अन्य सुविधाओं का भी ख्याल रखते हैं। रविवार को आयोजन में सम्मिलित हुए विशिष्ट अतिथि श्री बिल्डर एंड डेवलपर्स के एमडी कमलेश कश्यप, माखीजा टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर के डॉक्टर ओम मखीजा और ऐश्वर्या फास्ट फूड सेंटर के संचालक बी रमेश कुमार सम्मिलित हुए ,जिन्होंने भगवान जगन्नाथ की पूजा अर्चना की। वही अतिथियों ने लकी ड्रॉ निकालकर महिलाओं और बच्चों को आकर्षक पुरस्कार प्रदान किया।
बंगाली खिचड़ी का लगाया गया भोग

सोलापुरी माता पूजा के दौरान प्रतिदिन अलग-अलग प्रकार के भोग तैयार कर भगवान को अर्पित किए जाते हैं। इस रविवार को बंगाली खिचड़ी का भोग निर्मित किया गया। हेमू नगर निवासी त्रीनाथ राव के सौजन्य से निर्मित भोग का प्रसाद भक्तों के बीच वितरित हुआ।

यह रहे लकी ड्रा के विजेता
आयोजन स्थल पर प्रतिदिन लकी ड्रॉ निकाली जा रही है ।यहां पहुंचने वाली महिलाओं और बच्चों को निशुल्क कूपन दिया जाता है, जिनका लकी ड्रा अतिथियों द्वारा निकाला गया। शनिवार को निकाले गए लड़की की ड्रॉ में बच्चों की श्रेणी में पहला पुरस्कार बाबू खोली की आरुषि गुरुम को मिला, तो वही टिकरापारा निवासी निधि को दूसरा और सेकरसा ग्राउंड के पास रहने वाली मोहनी आनंद को तीसरा पुरस्कार मिला । यहां महिलाओं को साड़ी, चांदी का फोटो फ्रेम एवं सोने की कलई की हुई देवी की प्रतिमा प्रदान की गई। लकी ड्रॉ एम माधवराव ने निकाला, जिसमें सिरगिट्टी की पी लक्ष्मी, वॉयरलैस कॉलोनी की सीमा कुमारी, बंगला यार्ड की मीना , वॉयरलैस कॉलोनी की लीना सोना, बंगला यार्ड की सरस्वती यादव को आकर्षक उपहार प्रदान किए गए । यह उपहार श्री बिल्डर के कमलेश कश्यप द्वारा प्रदान किए गए।
गीली हल्दी का है विशेष महत्व

आयोजन समिति के अध्यक्ष वी रामाराव ने बताया कि यहां प्रतिदिन प्रतिमाएं विशेष गीली हल्दी से निर्मित की जाती है तो वहीं अगले दिन उसी पवित्र हल्दी को भक्तों को उपलब्ध कराया जाता है। आयोजन स्थल पर ही जगह-जगह यह हल्दी रखी जाती है, जिसे देवी के भक्त अपने साथ घर ले जाते हैं और तिजोरी और पूजा स्थल पर रखते हैं। मान्यता है कि किसी भी मांगलिक कार्य से पहले इस हल्दी का टीका लगाने या इसे अपने पास रखने से मनोरथ पूर्ण होते हैं। यह आयोजन आगामी 28 अप्रैल तक अनवरत चलता रहेगा।

देवी का है खूब प्रताप
आयोजन समिति के अध्यक्ष रामाराव ने बताया कि मां सोलापुरी की पूजा अर्चना से पूरे वातावरण में शीतलता आती है, इसका प्रमाण शनिवार को उस समय दिखा, जब देवी की प्रतिमा का जैसे ही अनावरण किया गया और उनकी पूजा अर्चना शुरू की गई वैसे ही अचानक से आसमान से वर्षा होने लगी और पूरे वातावरण में शीतलता छा गई। लोगों ने देवी के इस चमत्कार को साक्षात देखा और माता के जयकारे करने लगे।
