कुसमुंडा खदान में ट्रकों को एंट्री नहीं मिलने से कोरबा…- भारत संपर्क
कुसमुंडा खदान में ट्रकों को एंट्री नहीं मिलने से कोरबा कुसमुंडा मार्ग पर लगा जाम,छोटे छोटे बच्चों को पैदल ही जाना पड़ा स्कूल
कोरबा। जिले के मेगा प्रोजेक्ट में से एक कुसमुंडा खदान में बीती रात से सर्वर डाउन होने की वजह से कोयला लदान के लिए भारी वाहनों की एंट्री नही हो पाई। जिस वजह से खदान के बाहर सड़कों पर भारी वाहनों की कतार लग गई। इधर रात होने की वजह से भारी वाहनों को जहां रास्ता मिला वहां घुस आए, सुबह होते होते चारों ओर केवल भारी वाहन कुसमुंडा क्षेत्र की सड़कों पर दिखने लगे। इधर आमजन जिन्हें ड्यूटी जाना था, बच्चें जिन्हे स्कूल जाना था जाम में फंसे नजर आए। स्कूल बस आगे नही बढ़ने की दिशा में बच्चे पैदल ही कई किलोमीटर पैदल चलकर स्कूल पहुंचे। जाम कुसमुंडा थाना चौक से इमली छापर चौक, शिवमन्दिर चौक, कुचेना मोड तक लगी रही। इधर जाम की सूचना पर कुसमुंडा थाना प्रभारी मनीष नागर सुबह से ही दलबल सहित जाम खुलवाने मशक्कत करते नजर आए। रविवार की देर शाम से ही कुसमुंडा खदान में सर्वर खराब है जो खबर लिखे जाने तक बन नही पाया था। इधर खदान आने वाली भारी वाहनों की कतार लगते जा रही थी। जिस वजह से हल्के वाहनों को जाम में फंसकर परेशान होना पड़ा। कुसमुंडा कोरबा मुख्य मार्ग पर आये दिन भारी वाहनों के कारण जाम की स्थिति निर्मित होती रहती है। जिसका कोई स्थायी उपाय नही हो पा रहा है। वैकल्पिक व्यवस्था से जाम की स्थिति को निपटाया जा रहा है, लेकिन जो स्थिति कुसमुंडा कोरबा मार्ग में निर्मित हो रही है उससे स्कूल जाने वाले बच्चों की जान जोखिम में दिख रही है।लंबे समय से कुसमुंडा कोरबा मार्ग की स्थिति भारी वाहनों के कारण बिगड़ी हुई है । बारिश के दिनों में आम जनता को अपने गंतव्य तक जाने के लिए जान को जोखिम में डालने की मजबूरी बनी हुई थी। बारिश के बाद अब भी भारी वाहनों की जाम की स्थिति की कोई स्थायी व्यवस्था नही हो पाई है। वर्तमान में देखा जाए तो पैदल चलने वालों को भी सड़क पार करने के लिए जद्दोजहद करते देखा जा रहा है। एसईसीएल प्रबंधन भी व्यवस्था सुधार को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहा है। जितनी गाड़ियों की जरूरत खदान में है उससे कहीं ज्यादा गाड़ियों को एंट्री देकर आम जनता को परेशानी में डालना शायद एसईसीएल के अधिकारियों की आदत बन गई है । जिसके कारण भारी वाहनों की जितनी कतार खदान में होनी चाहिए उससे कही ज्यादा भारी वाहनों का कतार कुसमुंडा कोरबा मुख्य मार्ग में देखने को रोज मिल जाएगी। स्थानीय पुलिस भारी वाहनों के जाम को खुलवाने के लिए सुबह से मशक्कत में जुट जाती है। इसके बाद भी पब्लिक परेशान है।