कोरबा के युवती की सिंगरौली में हत्या, परिजनों ने हरदीबाजार…- भारत संपर्क
कोरबा के युवती की सिंगरौली में हत्या, परिजनों ने हरदीबाजार के आमगांव चौक के पास किया चक्काजाम, एसपी ऑफिस पहुंचे
कोरबा। मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले के मोरवा थाना क्षेत्र में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। कोरबा जिले के हरदी बाजार थाना क्षेत्र के रलिया गांव निवासी युवती की कथित तौर पर दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई। यह घटना तीन दिन पूर्व हुई, लेकिन स्थानीय पुलिस पर मामले को गंभीरता से न लेने और लापरवाही बरतने का गंभीर आरोप लग रहा है। दूसरी ओर परिजनों ने हरदीबाजार के आमगांव चौक के पास चक्काजाम कर दिया। काफी देर तक पुलिस परिजनों को समझाइश देती रही। मगर वे शव सड़क पर रखकर प्रदर्शन करते रहे। परिजन न्याय की मांग लेकर एसपी पहुंचे जहां ज्ञापन सौंपा गया। परिजनों के अनुसार 22 वर्षीय युवती का शव तीन दिनों से मोरवा के एक अस्पताल के बाहर रखा हुआ था। स्थानीय डॉक्टरों ने शव का पोस्टमॉर्टम करने से इनकार कर दिया, यह कहते हुए कि शव खराब हो चुका है। इसके बाद शव को रीवा मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया। युवती के पिता सिंगरौली में नौकरी करते थे, जिनका हाल ही में निधन हो गया। उनकी मां वर्तमान में अनुकंपा नियुक्ति पर नौकरी कर रही हैं। परिजनों ने बताया कि उन्होंने मोरवा थाना में हत्या का मामला दर्ज कराया है, लेकिन पुलिस ने दुष्कर्म के आरोप को दर्ज करने से इनकार कर दिया। इसके अलावा, पुलिस पर यह भी आरोप है कि वह युवती के रिश्तेदारों को थाने से भगा रही है, जिससे परिवार में आक्रोश और निराशा है।परिजनों और स्थानीय लोगों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा है कि चार दिन बीत जाने के बावजूद न तो पोस्टमॉर्टम हुआ और न ही मामले में कोई ठोस कार्रवाई । परिवार ने इस मामले में त्वरित जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। मोरवा थाना पुलिस ने इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। दूसरी ओर, रीवा मेडिकल कॉलेज में शव का पोस्टमॉर्टम होने के बाद मामले की सच्चाई सामने आने की उम्मीद है। इस घटना ने क्षेत्र में पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब परिजनों को कोरबा पुलिस से मामले में कार्रवाई को लेकर पहल की उम्मीद है।
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मोरवा थाना पुलिस पर गंभीर आरोप
मृतिका की माता ने सिंगरौली में स्थानीय मोरवा पुलिस के समक्ष बयान दर्ज कराया है कि बेटी को जान से मारकर उसका बलात्कार करके उसको रुम में खिड़की से सफेद दुपट्टा से गला को कसके खिड़की से बाँधा हुआ पाया गया। उसके बाद मैं पुलिस वालों से रो रोकर विनती करती गई मेरी बेटी को न्याय दिलाये। इस सब के उपरांत यहां के कांग्रेस नेता शेखर सिंह मौजूद थे, जिनसे मैं गिड़गिड़ा कर अपनी बच्ची की न्याय की भीख मांगी। उसके बाद पुलिस कर्मचारी ने मेरे बच्चों के साथ बदसलूकी की। मारपीट कर मोबाइल छीनके उनके साथ बदसलूकी किया गया। मृतिका की मां ने संदीप वैस पर हत्या का संदेह जाहिर किया है।