4 करोड़ की जमीन, हिस्ट्रीशीटर चाचा ने ही भतीजे बहू पोते को मारा… लखनऊ में… – भारत संपर्क
लखनऊ में जमीनी विवाद में तीन लोगों की गोली मारकर हत्या.
उत्तर प्रदेश में तीन महीने पहले हुए देवरिया कांड से भी पुलिस-प्रशासन ने सीख नहीं ली है. आज राजधानी लखनऊ में ठीक उसी तरह की वारदात को दोहराया गया. लखनऊ के मलिहाबाद के मोहम्मदनगर गांव में जमीनी विवाद में एक ही परिवार के तीन लोगों की 70 वर्षीय हिस्ट्रीशीटर और उसके बेटे ने गोली मारकर हत्या कर दी. वारदात का CCTV फुटेज भी वायरल हो रहा है, जिसमें दबंग हिस्ट्रीशीटर बेखौफ होकर गोलियां चलाता दिख रहा है. फिलहाल पुलिस की टीम फरार हिस्ट्रीशीटर की तलाश में जुटी है. आइए जानते हैं कि कैसे हिस्ट्रीशीटर और उसके बेटे ने इतनी बड़ी वारदात को अंजाम देने की हिम्मत कर डाली?
दरअसल, मलिहाबाद के मोहम्मदनगर गांव के रहने वाले फरीद खान और उसके चाचा लल्लन खान का घर अगल-बगल ही है. 70 वर्षीय लल्लन खान मलिहाबाद थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है. लल्लन का भतीजे फरीद खान से एक जमीन को लेकर कई सालों से विवाद चल रहा है. कई बार इस विवाद को सुलझाने की कोशिश हुई, लेकिन पुलिस-प्रशासन की टीम नाकाम रही. हर बार वजह जमीन की कीमत बनी. जिस जमीन को लेकर फरीद और लल्लन की लड़ाई है, उसकी कीमत करीब चार करोड़ रुपए है. दोनों ही पक्ष जमीन में अपना-अपना हिस्सा अधिक बता रहे थे, इसी वजह से हर बार जमीन का बंटवारा अटक जाता था.
ये भी पढ़ें- UP: जमीनी विवाद में ट्रिपल मर्डर से दहला लखनऊ, दबंगों ने एक ही परिवार के 3 लोगों को मारी गोली
शुक्रवार को भी जमीन की नाप-जोख के लिए लेखपाल आया था. नाप-जोख के समय फरीद खान, बड़े भाई मुनीर अहमद और उनके चाचा हिस्ट्रीशीटर लल्लन खान और उसका बेटा भी मौजूद था. नाप-जोख के दौरान ही फरीद खान और लल्लन में बहस होने लगी, लेकिन लेखपाल ने दोनों को शांत करा दिया. जमीन की नाप-जोख न होने से लेखपाल भी वापस लौट गया और दोनों पक्ष अपने-अपने घर आ गए. कुछ देर बाद लल्लन और उसका बेटा लाइसेंसी बंदूक लेकर थार गाड़ी से फरीद खान के घर आए. यहां गाड़ी से उतरते ही लल्लन की फरीद के घर की महिलाओं से बहस हो गई. बहस के दौरान ही लल्लन आगबबूला हो गया.
लाइसेंसी बंदूक से हिस्ट्रीशीटर ने मारी गोली
लल्लन ने अपनी थार गाड़ी से लाइसेंसी बंदूक निकाली और फरीद की पत्नी फरहीन को गोली मार दी. जब गोली चली तो फरहीन के बगल में खड़े फरीद के बेटे हलदा को भी गोली लग गई. गोलीबारी देख लल्लन को रोकने आए फरीद के बड़े भाई मुनीर अहमद उर्फ ताज खां को भी लल्लन ने गोली मार दी. इसके बाद लल्लन मौके से फरार हो गया. आनन-फानन में फरीद और आसपास के लोग मुनीर, फरहीन और हलदा को लेकर मलिहाबाद CHC पहुंच, जहां डॉक्टरों ने हलदा को मृत घोषित कर दिया, जबकि फरहीन और मुनीर लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया. रास्ते में इन दोनों की भी मौत हो गई.
SDM कोर्ट में चल रहा जमीन विवाद का केस
घटना की जानकारी देते हुए लखनऊ पुलिस कमिश्नर एस बी शिरडकर ने बताया कि मौके पर जांच-पड़ताल की गई. CCTV फुटेज भी मिला है. वारदात को अंजाम देने वाला लल्लन, फरीद के परिवार का ही सदस्य है. अभी वह फरार है. उसके साथ में कुछ लोग और भी थे. उनमें से कुछ को पकड़ा गया है. जिस थार गाड़ी से लोग आए थे, उसको भी बरामद कर लिया गया है. इनका जमीनी विवाद SDM कोर्ट में चल रहा था.
नाप-जोख के समय लेखपाल ने पुलिस को सूचना नहीं दी
लखनऊ पुलिस कमिश्नर एस बी शिरडकर ने बताया कि आज इसी केस में लेखपाल जमीन की नाप-जोख करने के लिए आए थे. हालांकि लेखपाल ने पुलिस को सूचना नहीं दी. पहले तो दोनों पक्षों का मौके पर विवाद हुआ. उसके बाद घर आकर भी विवाद हुआ. गोली घर पर हुए विवाद के बाद चली है. पुलिस कमिश्नर ने कहा कि जमीन की नाप-जोख के दौरान थाने को सूचना नहीं दी गई थी. इसलिए फोर्स मौजूद नहीं थी.
पीड़ित फरीद खान ने बताया कि लल्लन घर के सामने आया और गालियां देने लगा. जैसे ही परिवार के लोग बाहर आए तो गोली चला दी. लल्लन से हमारी कोई पुरानी रंजिश नहीं है, कोई लेना-देना नहीं है. किस वजह से गोली मार दी, कुछ नहीं मालूम है. यह पुराना हिस्ट्रीशीटर है. फिर भाग जाएगा और पुलिस पकड़ नहीं पाएगी.
पुराने लखनऊ में गब्बर सिंह नाम से मशहूर है लल्लन खान
70-80 के दशक में बुलेट और घोड़े से चलने वाला आरोपी लल्लन पुराने लखनऊ में गब्बर सिंह नाम से मशहूर था. उस दौर में हिस्ट्रीशीटर लल्लन पर कई हत्याकांड को अंजाम देने के आरोप लगे थे. आज मलिहाबाद में ट्रिपल मर्डर को अंजाम देने के आरोपी लल्लन की उम्र मौजूदा समय करीब 70 वर्ष बताई जाती है. आरोपी लल्लन के नेत्रहीन भाई सगीर की घर में ही संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से पहले ही मौत हो चुकी है. बताया जा रहा था कि सगीर की हत्या की गई थी. हत्या किसी और ने नहीं बल्कि लल्लन के बेटे ने की थी.