नोबेल छोड़िए, गाजा में शांति के लिए डोनाल्ड ट्रंप को अब मिलेगा ये सर्वोच्च पदक – भारत संपर्क


डोनाल्ड ट्रंप को इजराइल का सर्वोच्च सम्मान मिलने जा रहा है
गाजा में हमास और इजराइल के बीच शांति समझौता कराने के बाद डोनाल्ड ट्रंपको शांति का नोबेल पुरस्कार मिलने की उम्मीद थी, लेकिन नोबेल कमेटी ने उन्हें इस साल का पुरस्कार नहीं दिया. अब इजराइल ने गाजा समझौता कराने के लिए अपने देश का सर्वोच्च सम्मान देने की घोषणा की है.
इजराइल के राष्ट्रपति ने अपने एक पोस्ट में कहा कि बंधकों की रिहाई और गाजा में शांति के लिए हमने ट्रंप को अपने मुल्क का सर्वोच्च सम्मान देने का फैसला किया है. इजराइल का जो सर्वोच्च सम्मान है, उसे इजराइली प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ ऑनर कहा जाता है.
इजराइल का सर्वोच्च सम्मान क्या है?
इजराइल राष्ट्रपति कार्यालय के मुताबिक प्रेसेडेंशियल मेडल ऑफ ऑनर देश के राष्ट्रपति की तरफ से दिया जाने वाला सर्वोच्च नागरिक पदक है. ट्रंप से पहले यह सम्मान अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा, जॉर्ज बुश और जो बाइडेन को भी मिल चुका है. इस सम्मान की शुरुआत 2012 में हुई थी.
इस अवार्ड को योसी मतित्याहू ने डिजाइन किया था. इसके ऊपर सैमुअल की पुस्तक का एक श्लोक लिखा गया था. श्लोका का मतलब है- सिर और कंधे सबसे ऊपर होता है. इजराइल में यह पदक उन्हीं को देने का प्रावधान है, जिन्होंने अपने कामों के जरिए इजराइल का हित साधा हो.
गाजा डील के लिए ट्रंप को नहीं मिला नोबेल
गाजा में हमास और इजराइल के बीच शांति समझौता कराने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शांति का नोबेल लेने की इच्छा जताई थी. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने हाल ही में कहा था कि गाजा युद्धविराम के बाद ट्रंप को नोबेल मिल सकता है. हालांकि, उनकी जगह यह सम्मान वेनेजुएला की मारिया कोरोनिया को दिया गया.
नोबेल प्राइज कमेटी का कहना है कि पुरस्कार योग्यता को देखकर दिया गया है. सभी आवेदनों पर विचार करने के बाद ही एक विजेता की घोषणा की गई है. ट्रंप ने पुरस्कार की घोषणा शांति पर राजनीति को तरजीह देना बताया.
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने कहा कि मेरा काम लोगों की जिंदगी बचाना है. मुझे कोई अवार्ड मिले या न मिले, उससे फर्क नहीं पड़ता है.