Mayawati runs party like a private limited company says bjp after action on… – भारत संपर्क
सुप्रीमो मायावती और आकाश आनंद
मायावती के X (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में सियासी हलचल पैदा कर दी. इस पोस्ट के जरिए उन्होंने परिपक्वता (maturity) का हवाला देते हुए अपने भतीजे आकाश आनंद को नेशनल कोऑर्डिनेटर पद से हटा दिया और उत्तराधिकारी की अहम जिम्मेदारी से भी अलग कर दिया. मायावती के इस फैसले पर कई नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आई है. इसमें भाजपा समेत सपा और कांग्रेस ने भी बसपा पर बड़ा हमला बोला है.
भाजपा नेता राकेश त्रिपाठी ने कहा “मायावती बसपा को प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की तरह चलाती हैं. मायावती जी मनचाहे निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं. भाजपा के खिलाफ टिप्पणी पर जनता में भारी आक्रोश था. क्या मायावती परिवारवाद से मुक्त हो पाएंगी ? क्या कोई सामान्य दलित बसपा का उत्तराधिकारी बन पाएगा ? मायावती जी ने बसपा के मिशन को कमीशन में बदला”
कांग्रेस ने मायावती से मांगा स्पष्टीकरण
कांग्रेस नेता सुरेंद्र सिंह राजपूत ने बसपा सुप्रीमो पर हमला बोलते हुए कहा जिस तरह से उन्होंने अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी संयोजक पद से हटाया है, ये फैसला बेहद चौंकाने वाला है. उन्होंने कहा कहीं ये कदम बीजेपी के दबाव में तो नहीं उठाया गया? आगे उन्होंने कहा हालांकि यह आपकी पार्टी का आंतरिक मामला है. लेकिन फिर भी आपको इस बारे में स्पष्टीकरण जारी करना चाहिए.
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सपा ने कहा भाजपा के दबाव में है बसपा
समाजवादी पार्टी के नेता फखरुल हसन चांद ने कहा बसपा और बीजेपी एक अघोषित गठबंधन में हैं और जिस तरह से आकाश आनंद को उनके पद से हटाया गया, उससे यह साबित हो गया है कि बसपा भाजपा के दबाव में है. जनता सब देख रही है वे इसका करारा जवाब देंगे.
जब से बसपा सुप्रीमो मायावती ने पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था तब से ही हर तरफ आकाश आनंद के ही चर्चे होने लगे थें. मायावती ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले अहम जिम्मेदारी दी लेकिन कहते हैं न राजनीति में कब क्या हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता.