मायावती ने अमेरिकी टैरिफ को बताया ‘ट्रंप आतंक’, केंद्र सरकार से कड़े कदम उठ… – भारत संपर्क

बीएसपी प्रमुख मायावती
बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने रविवार को अमेरिका की ओर से भारतीय वस्तुओं पर लगाए गए भारी टैरिफ वृद्धि की कड़ी निंदा की है. उन्होंने इसे ट्रंप टैरिफ आतंक” करार दिया और केंद्र सरकार से टैरिफ लगाने के बाद उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए कड़े कदम उठाने की अपील की. मायावती ने कहा की ट्रंप टैरिफ आतंक से निपटने के लिए यह बहुत ही जरूरी है कि केंद्र की भाजपा सरकार की ओर से जनता के हित के लिए कड़े और सार्थक सुधार की शुरुआत की जाए.
उन्होंने कहा कि यदि केंद्र सरकार ऐसा नहीं करती है तो जनता की परेशानी बढ़ेगी और गरीबी, बेरोजगारी, अशिक्षा, महंगाई, पलायन जैसी समस्याएं और भी विकराल हो जाएगी. इससे देश का सम्मान और वैश्विक प्रतिष्ठा को आघात लगेगा.
मायावती ने रविवार को लखनऊ में बसपा की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए ये बातें कहीं. मायावती का यह बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत-अमेरिका साझेदारी के “सकारात्मक मूल्यांकन” और दोनों देशों के बीच “विशेष” संबंधों की सराहना के एक दिन बाद आई है, जिससे दोनों पक्षों द्वारा अपने संबंधों में आई गिरावट को रोकने के इरादे का संकेत मिलता है.
अमेरिका के भारी टैरिफ लगाने का विरोध
ट्रंप सरकार की ओर से भारतीय वस्तुओं पर टैरिफ 50 प्रतिशत कर दिया गया है. इससे भारत सरकार और अमेरिकी सरकार के संबंधों में कड़वाहट आयी है. भारत की ओर से अमेरिकी कार्रवाई को अनुचित और अविवेकपूर्ण करार दिया गया है.
बसपा प्रमुख का यह बयान इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि उत्तर प्रदेश के प्रमुख निर्यात केंद्र अमेरिका द्वारा भारतीय आयात पर लगाए गए टैरिफ के प्रभाव से जूझ रहे हैं, निर्यातकों ने नौकरियां जाने, ऑर्डर रुकने और बाजार पहुंच कम होने की चेतावनी दी है.
टैरिफ इजाफे से बाजार पर पड़ रहा प्रभाव
नोएडा, कानपुर और वाराणसी के उद्योग जगत के नेताओं ने कहा कि टैरिफ ने वर्षों की कड़ी मेहनत से बाजार निर्माण को खतरे में डाल दिया है, जबकि अगस्त में कई जिलों में विरोध प्रदर्शन और प्रदर्शन हुए थे.
भदोही के कालीन निर्यातकों, रामपुर के मेंथा तेल उत्पादकों और मुरादाबाद के पीतल के बर्तन निर्यातकों द्वारा उठाई गई इसी तरह की चिंताओं के बाद ये विरोध प्रदर्शन और बयान सामने आए हैं.
समाजवादी पार्टी के भदोही विधायक जाहिद बेग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी पत्र लिखकर 30 लाख लोगों को रोजगार देने वाले कालीन उद्योग को बचाने के लिए एक विशेष बेलआउट पैकेज की मांग की थी.