हाथी प्रभावितों के साथ बैठक रही बेनतीजा, अब चक्काजाम की…- भारत संपर्क
हाथी प्रभावितों के साथ बैठक रही बेनतीजा, अब चक्काजाम की तैयारी, एक सप्ताह पूर्व किया था धरना प्रदर्शन
कोरबा। हाथियों के उपद्रव से निदान के लिए एक सप्ताह की मोहलत ली गई थी। जिस पर आज 23 सितंबर को पोड़ी उपरोड़ा एसडीएम टीआर भारद्वाज ने बैठक ली। बैठक में जनप्रतिनिधि एवं पूर्व जनपद सदस्य विरेन्द्र मरकाम के साथ तहसीलदार विनय देवांगन, बिजली विभाग से एई मंजु कंवर, चोटिया भाजपा मंडल अध्यक्ष रवि मरकाम,महामंत्री प्रहलाद बिंझवार,बीडीसी मदन मरावी, सरपंच सोभरन सिंह, मान सिंह, हार सिंह कंवर, रति राम मिंज, मनेन्द्र सिंह बिंझवार, लाल बहादुर सिंह, सोनू पांडे,सहित दो दर्जन सरपंचों एवं हाथी प्रभावित क्षेत्रों से आए ग्रामीण मौजूद रहे। लगभग 5 घंटे के अंतराल में जनप्रतिनिधियों की मांग को लेकर उपस्थित जिम्मेदार संबंधित अधिकारियों के द्वारा टोल मटोल जवाब दिया गया। वार्ता विफल रही,जनप्रतिनिधियों में नाराजगी देखी गई, और पुन: शीघ्र ही जनप्रतिनिधियों एवं हाथी प्रभावितों के साथ एक आवश्यक बैठक रखी जाएगी, जिसमें आगामी चक्का जाम करने का निर्णय लिया जाएगा।
जिले के कटघोरा वन मंडल अंतर्गत पोड़ी उपरोड़ा ब्लाक के लगभग 60-70 वनांचल ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले 7 साल से जंगली हाथियों के आतंक से थर्राये हुए ग्रामीण अब आर पार की लड़ाई लडऩे को तैयार हो गए हैं।लगातार हाथियों की संख्या बढ़ती जा रही है और जन हानि सहित,धनहानि, फसलों को चट कर जा रहे हैं, और इधर फारेस्ट विभाग फसलों की नुकसानी सिर्फ नाम मात्र के लिए किसानों को देकर खाना पूर्ति कर रही है। पिछले सप्ताह 18 सितंबर बुधवार को चोटिया बजार भांठा में एक विशाल जनसमूह के द्वारा विरेन्द्र मरकाम के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन किया गया था, जिसमें लगभग सैकड़ों महिलाएं एवं पुरुषों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करा कर प्रशासन एवं वन विभाग के अधिकारीयो के बीच में हाथी भगाओ, जान बचाओ के नारे के साथ हाथी समस्या को लेकर 7 घंटे तक अपनी मांगों को लेकर अडे रहे। तत्पश्चात प्रशासन की ओर से आए पोड़ी उपरोड़ा नायब तहसीलदार सुमन दास मानिकपुरी को धरना प्रदर्शन में आए सैकड़ों ग्रामीण महिला एवं पुरुषों की ओर से हाथियों के आतंक को रोकने के लिए चक्का जाम की चेतावनी दी थी जिस पर एक लिखित ज्ञापन भी सौंपा गया था। पोड़ी उपरोड़ा एसडीएम तुलाराम भारद्वाज ने बताया कि हाथी प्रभावितों एवं जन प्रतिनिधियों की बैठक ली गई। बैठक में तय हुआ कि हाथी प्रभावित गांवों के 120 पारा, मोहल्ले में सर्वे कर विद्युतीकरण की जाएगी। सभी ग्रामों में 24 घंटे बिजली मुहैया कराना है, क्षतिपूर्ति मुआवजे को फारेस्ट विभाग में चल रहे भ्रष्टाचार को लेकर कड़े निर्देश दिए। इस पर कार्रवाई की जाएगी एवं ग्राम पंचायतों से झटका तार लगाने के प्रस्ताव की मांग की गई।