अलग अलग झुंड में बटे सौ से अधिक हाथी, ग्रामीणों और वन विभाग…- भारत संपर्क
अलग अलग झुंड में बटे सौ से अधिक हाथी, ग्रामीणों और वन विभाग की बढ़ी टेंशन
कोरबा। कोरबा और कटघोरा वनमंडल में हाथियों का उत्पात थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। यहां के केंदई, पसान, करतला व कुदमुरा रेंज में सौ से अधिक हाथी विचरण कर रहे हैं, जो कई झुंडों में बंट गए हैं और खेतों में पहुंचकर फसल को लगातार नुकसान पहुंचा रहे हैं। इतना ही नहीं घरों को निशाना बना उसे ढहा भी दे रहे हैं। हाथियों के उत्पात से ग्रामीण बेहद परेशान हैं। वन विभाग हाथियों के उत्पात को रोकने व नियंत्रण के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है लेकिन इसमें खास सफलता नहीं मिल पा रही है। कटघोरा वनमंडल के पसान रेंज में 12 हाथी सेमरहा सर्किल में सक्रिय हैं। हाथियों का यह दल बीती रात उत्पात मचाते हुए एक ग्रामीण के मकान को क्षतिग्रस्त कर दिया। वहीं खेतों में लगे धान की खड़ी फसल व खलिहान में रखे खरही को भारी नुकसान पहुंचाया है। कटघोरा वनमंडल के ही केंदई रेंज में 38 की संख्या में हाथियों का एक अन्य दल भी पहुंच गया है, जो परला क्षेत्र के बेलबंधा पहाड़ में मौजूद है। हाथियों का यह दल फिलहाल बड़ा नुकसान नहीं पहुंचाया है फिर भी उत्पात की संभावना को देखते हुए वन अमला सतर्क हो गया है और उसकी निगरानी करने के साथ ही गांवों में मुनादी कराने के काम में जुट गया है।
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करतला रेंज में हाथियों के दो झुंड
कोरबा वनमंडल के करतला रेंज में हाथियों का दल दो झुंडों में बंट गया है। एक झुंड में पांच हाथी हैं जो सुईआरा व बड़मार के जंगल में विचरण कर रहा है। बीती रात चोटिल हाथी भी इस दल में शामिल हो गया। वन विभाग ने इसका उपचार कराया था। दूसरे झुंड में 42 हाथी हैं जिसे सुबह बोतली के जंगल में विचरण करते हुए देखा गया। बताया जाता है कि हाथियों का यह दल बीती रात जोगीपाली व बोतली में पहुंचकर धान की फसल को तहस-नहस कर दिया। वहीं बोतली गांव में एक ग्रमीण के चारदीवारी को ढहा दिया। बोतली व जोगीपाली में हाथियों द्वारा उत्पात मचाए जाने की सूचना मिलने पर वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौके पर पहुंचे और जानकारी लेने के साथ ही नुकसानी के आंकलन में जुट गए हैं।