दिल्ली तक कोई बचाने वाला नहीं होगा… ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने फिर लगाई बि… – भारत संपर्क

यूपी के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार में ऊर्जा मंत्री एके शर्मा इन दिनों बिजली विभाग के अधिकारियों से नाराज हैं. बुधवार को उन्होंने UPPCL चेयरमैन और पूरे राज्य के एक्सईएन तक की मीटिंग रखी थी. मीटिंग में उन्होंने अधिकारियों को जमकर फटकारा था. इसी के बाद गुरुवार को भरे मंच से बिजली विभाग के अधिकारियों को उन्होंने खुली चेतावनी दे डाली.
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने मंच से कहा, जहां कहीं भी हमारे कर्मचारी बदमाशी कर रहे हो, उन से विनम्रता के साथ व्यवहार करिए, लेकिन साथ ही हमारे ध्यान में यह बात डाल दीजिए कि यहां पर आपका यह अधिकारी गड़बड़ी कर रहा है. आप लोग हमारे कान, आंख बनिए, कैमरा बनिए और देखते ही देखते यह सब व्यवस्था सही हो जाएगी.
“कोई बचाने वाला नहीं होगा”
मंत्री ने आगे कहा, कृष्ण ने कंस को दुर्योधन को बहुत समझाया था बाद मे सुदर्शन चक्र चलाना पड़ा, राम जी ने समुद्र से रामसेतु बनाने के लिए दुहाई की थी लेकिन बाद में भय बिनु होय ना प्रीत. मैंने भी तीन साल तक समझाया अब समय निकल गया है. अगर बिजली विभाग में अफसरों को लगता है की मंत्री ट्रांसफर नहीं कर सकता, सस्पेंड नहीं कर सकता तो समझ लीजिये अगर मैंने राम जी की तरह तीर छोड़ दिया तो दिल्ली तक राष्ट्रपति भवन तक कोई बचाने वाला नहीं होगा.
उन्होंने आगे कहा, अगर आपको लगता है कि आप किसी के संरक्षण में बिजली विभाग को और आम जनता को परेशान कर के आप सुरक्षित रह सकते हैं तो यह आपका बहुत बड़ा भ्रम है. हम जनता के लिए अपनी नौकरी छोड़कर आए हैं और हम जनता के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं. बिजली की व्यवस्था पूरे प्रदेश में सही करने में लगे हुए हैं.
मीटिंग में लगाई थी फटकार
इससे पहले ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने बुधवार को पूरे 10 मिनट बिजली के मुखिया UPPCL चेयरमैन और कुछ अधिकारियों को सुनने के बाद कहा था, नीचे जमीनी हकीकत एकदम अलग है. जनता को फेस करिए तब मालूम पड़ेगा. मैं कई जिलों का दौड़ा करके लौटा हूं. आप लोग अंधे, बहरे, काने होकर बैठे हो.
उन्होंने आगे कहा था, जनता पर क्या बीत रही है और लोग विभाग के बारे में क्या सोच रहे हैं, यह आपको मालूम ही नहीं है. बिजली विभाग कोई बनिया की दुकान नहीं है कि खाली बिल के पैसे वसूलने के लिए काम करें. यह एक जनसेवा है. हमें उस हिसाब से बर्ताव करना पड़ेगा. मैं जनता के प्रति जवाबदेह हूं.