Parallel Web Systems: Elon Musk ने किया था बाहर, अब पराग अग्रवाल ने शुरू किया AI… – भारत संपर्क


Elon Musk Vs Parag Agrawal AiImage Credit source: Freepik/File Photo
ट्विटर (अब X) के पूर्व सीईओ Parag Agrawal एक बार फिर सुर्खियों में हैं, Elon Musk द्वारा ट्विटर की कमान संभालने के दिन ही अचानक पराग अग्रवाल को बर्खास्त कर दिया गया था और अब लगभग तीन साल बाद वह एक बार फिर से सुर्खियों में है. AI का जमाना है तो भला कैसे पराग अग्रवाल एआई के मामले में एलन मस्क से पीछे रह सकते हैं, वह अब खुद की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी की कमान संभाल रहे हैं, उन्होंने अपने नए स्टार्टअप Parallel Web Systems को लॉन्च किया है जो ऑनलाइन रिसर्च में मदद के लिए एआई सिस्टम्स के लिए डिजाइन किया गया जो क्लाउड प्लेटफॉर्म है.
ChatGPT से निकला इतना बेहतर
ब्लॉग पोस्ट के अनुसार, ये सिस्टम अलग-अलग स्पीड और डेप्थ वाले आठ अलग-अलग रिसर्च इंजन ऑफर करता है. सबसे तेज सर्च इंजन एक मिनट से भी कम समय में रिस्पॉन्स दे सकता है, जबकि सबसे एडवांस इंजन Ultra8x को विस्तृत डिटेल्ड जानकारी खोजने में 30 मिनट तक का समय लगा सकता है. पैरेलल का कहना है कि अल्ट्रा8x ने ब्राउजकॉम्प और डीपरिसर्च बेंच जैसे बेंचमार्क में ओपनएआई के GPT-5 से 10 प्रतिशत से ज्यादा बेहतर परफॉर्म किया है.
इन बड़ी कंपनियों का लगा है स्टार्टअप में पैसा
इस स्टार्टअप की स्थापना 2023 में हुई और वह 25 लोगों की टीम तैयार कर रहे हैं. इस स्टार्टअप में कई बड़ी कंपनियों का पैसा लगा है जैसे कि फ़र्स्ट राउंड कैपिटल, खोसला वेंचर्स और इंडेक्स वेंचर्स, दो साल पुराने इस स्टार्टअप ने इन बड़े निवेशकों से 30 मिलियन डॉलर (लगभग 262 करोड़ रुपए) जुटा लिए हैं. कंपनी द्वारा शेयर किए गए ऑफिशियल ब्लॉग पोस्ट के मुताबिक, पैरेलल टेक्नोलॉजी हर रोज लाखों रिसर्च टास्क पूरी कर रही है.
आसान भाषा में अगर बात करें तो पराग अग्रवाल का ये नया एआई प्लेटफॉर्म रियल टाइम में एआई एप्लिकेशन को पब्लिक वेब डेटा प्राप्त करने और इस डेटा को सीधे अपने सिस्टम में इंटीग्रेट करता है. इसे ऐसे समझें जैसे एआई को एक ऐसे ब्राउजर की पहुंच प्रदान करना जो न केवल सही जानकारी प्राप्त करता है, बल्कि उसे वेरिफाई भी करता है, व्यवस्थित करता है और यहां तक कि जवाब में अपने विश्वास का मूल्यांकन भी करता है.