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गेवरा में समस्याओं का अंबार, ग्रामीणों में भारी आक्रोश, वार्ड पार्षद ने 16 को दी सडक़ जाम और खदानबंदी की चेतावनी
कोरबा। जिले के कुसमुंडा खदान प्रभावित ग्राम गेवरा क्षेत्र के पार्षद अजय प्रसाद के नेतृत्व में ग्रामीण आगमी 16 अगस्त को बड़े आंदोलन की तैयारी में है। पार्षद प्रसाद ने कुसमुंडा प्रबंधन को समस्याओं को जल्द से जल्द दूर करने की बात कही है। उन्होंने पत्र के माध्यम एसईसीएल कुसमुंडा प्रबंधन के समक्ष 5 सूत्रीय मांग रखी है। जिनका समाधान नहीं होने पर सडक़ जाम और खदान बंद का अल्टीमेटम दिया गया है।
प्रबन्धन को सौंपे मांग पत्र में कहा गया है कि ग्राम का सन् 2014 में अधिग्रहण किया गया था। उसके बाद अभी तक पत्रक 5 और 6 तैयार नहीं किया गया है। मुआवजा राशि प्राप्त करने में देरी हो रही है। इसके कारण ग्रामीणों को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। किसानों को उनके अधिकारों से वंचित रखा जा रहा है। वर्तमान में हो रहे खनन विस्फोटों के कारण गाँव पर गंभीर और प्रतिकूल प्रभाव पड़ रह है। पिछले कुछ महीनों में गांव में कई घरों और भवनों को विस्फोटों से उत्पन कंपन के कारण दरारें और संरचनात्मक कमजोरियों का सामना करना पड़ रहा है। दिनचर्या से जुडी कई समस्याएं उत्पन हो रही है। स्थानीय जल स्तरों में कमी पाई जा रही है। जो दैनिक आवश्यकताओं और कृषि गतिविधियों के लिए महत्वपूर्ण हैं। विस्फोटों के कारण उत्पन होने वाले निरंतर भय और चिंता का ग्रामीणों पर मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए भू-प्रभावित परिवार के सदस्यों को जब तक पत्रक 5 और 6 एवं मुआवजा राशि प्राप्त नहीं होती तब तक आउटसोर्सिंग कंपनी में रोजगार उपलब्ध होनी चाहिए।प्रभावित ग्राम में मकान एवं अन्य परिसंपत्तियों को खदान के हैवी ब्लास्टिंग से क्षतिपूर्ति हेतु एस.ई.सी. एल. कुसमुन्डा प्रबंधन के अधिकारियों द्वारा अवलोकन किया जाए व क्षतिपूर्ति का भुगतान अतिशीघ्र किया जाए। समस्याओं से लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है जिससे आक्रोश बढ़ गया है अत: जिसका संज्ञान में अवश्य लें।उपरोक्त मांगों एवं समस्याओं को त्वरित निराकरण नहीं कर पाने की स्थिति में सम्पूर्ण जिम्मेदारी एस.ई.सी.एल. प्रबंधन की होगी। ध्यान रहे मीटिंग बुलाने से पहले प्रबंधन सक्षम अधिकारी का चयन अवश्य कर लें ,जो समस्याओं का निराकरण करने योग्य हों। अन्यथा अनिश्चित कालीन रोड चक्का जाम एवं सम्पूर्ण खदान बंद होना तय है।