*कॉलेज की प्रिंसपल ने जारी कर दिया ऐसा तुगलकी फरमान,सकते में कर्मचारी,जानिए…- भारत संपर्क

जशपुरनगर। शासकीय विजय भूषण सिंह देव कन्या महाविद्यालय जशपुर के प्राचार्य द्वारा संस्था के कर्मचारियों के लिए एक अजीबोगरीब आदेश पारित किया गया है। प्राचार्य द्वारा आदेशित किया गया है कि बिना उनकी अनुमति के किसी भी प्रकार का पत्र रिसीव न किया जाए। इस पत्र के माध्यम से प्राचार्य ने यह बताया है की प्राचार्य का यह सख्त आदेश है कि महाविद्यालय के आवक पंजी में बिना उनकी अनुमति के कोई भी पत्र अगर आवक किया जाता है तो उस कर्मचारी के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी। शासन के समस्त विभागों में लोगों द्वारा किए जा रहे आवेदन पत्रों की पावती दिए जाने का प्रावधान है जबकि प्राचार्य इस आदेश के द्वारा यह प्रमाणित कर रहे हैं कि उनकी इच्छा के बिना कोई भी किसी भी आवेदन पत्र की पावती आवेदक को न दी जाय जो नियमानुसार गलत है।प्राचार्य ने अपने आदेश में सभी कर्मचारियों , प्राध्यापकों ,सहायक प्राध्यापकों , अतिथि शिक्षकों को संबोधित करते हुए लिखा हैं कि सभी को सख़्त आदेशित किया जाता है कि किसी भी आवेदन या पत्र को बिना जानकारी दिए नहीं लिया जाना है। शिक्षक दिवस मनाने को लेकर शासकीय विजय भूषण सिंहदेव कन्या महाविद्यालय की छात्राओं ने प्राचार्या डॉ. माधुरी गुप्ता पर गंभीर आरोप लगाया था। छात्राओं का कहना है कि उन्होंने 20-20 रुपये चंदा करके शिक्षक दिवस मनाने की पूरी तैयारी की थी, लेकिन प्राचार्या ने कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति देने के बावजूद उसे डांट -फटकार करके रद्द करवा दिया।छात्राओं ने बताया कि उन्होंने शिक्षक दिवस के अवसर पर टेंट पंडाल लगाया था, प्रोफेसरों के सम्मान एवं स्वल्पाहार की भी व्यवस्था की गई थी, लेकिन प्राचार्या द्वारा अचानक कार्यक्रम रुकवा दिया गया।छात्राओं का कहना है कि कार्यक्रम की अनुमति प्राचार्या डॉ माधुरी गुप्ता से पहले ही ली जा चुकी थी, बावजूद इसके टेंट और पंडाल को बिना किसी आयोजन के हटवा दिया गया। इसके साथ ही छात्राओं ने प्राचार्या पर अक्सर दुर्व्यवहार करने का आरोप भी लगाया है।
छात्राओं को सहमति पत्र लिखने के लिए बुलाया छात्राओं ने मना किया
5 सितंबर को शिक्षक दिवस के अवसर पर छात्राओं द्वारा शिक्षक दिवस के लिए की गई तैयारियों के बाद भी प्राचार्य द्वारा छात्राओं को शिक्षक दिवस पर कार्यक्रम नहीं करने दिया गया था। जिसकी शिकायत करने छात्राएं कलेक्टर जशपुर के पास भी गई थी। छात्राओं द्वारा कलेक्टर को दिए गए शिकायती पत्र में यह भी कहा गया था कि प्राचार्य का व्यवहार छात्राओं के साथ हमेशा ही खराब व्यवहार किया जाता है।छात्राओं ने बताया कि प्राचार्य द्वारा उन्हें बुलाकर सहमति पत्र लिखने को कहा गया कि प्राचार्य ने शिक्षक दिवस कॉलेज के हॉल में आयोजित करने कि अनुमति दी है, जबकि ऐसा कुछ भी नहीं था प्राचार्य ने हमें कार्यक्रम के आयोजन से रोका था।
महाविद्यालय की अपनी व्यवस्था यहां का अलग नियम
कन्या महाविद्यालय की प्राचार्य माधुरी गुप्ता ने बताया कि महाविद्यालय की तुलना दूसरे विभागों और अधिकारियों के कार्यालय से नहीं की जा सकती है। आवक -जावक में विभिन्न तरह के आवेदन आने से कई तरह की विसंगति उतपन्न हो जाती है। इसलिए ऐसा आदेश निकाला गया हैं। कई बार ऐसे आवेदन आ जाते है जिसके संबध में निर्णय में कठिनाई होती हैं। वही कॉलेज की छात्राओं को मैंने शिक्षक दिवस मनाने से मना नहीं किया बल्कि उन्हें कॉलेज के मैदान में कार्यक्रम आयोजित करने की बजाय कॉलेज के हॉल में आयोजित करने को कहा था। इस संबध में सहमति का पत्र लिखने को छात्राओं को कहा था जिसे छात्राओं ने मना कर दिया।