मौलाना की बेगम की मौत मामले में चौंकाने वाले खुलासे, पीएम…- भारत संपर्क


मौलाना कारी बशीर की पत्नी सलमा की मौत का मामला अब रहस्यमय होता जा रहा है। हाल ही में आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। रिपोर्ट में साफ तौर पर उल्लेख है कि सलमा की मौत से पहले उसके साथ बर्बर तरीके से मारपीट की गई थी। डॉक्टरों की तीन सदस्यीय टीम द्वारा की गई पोस्टमार्टम जांच में मृतका के शरीर पर चार जगहों पर गंभीर चोटों के निशान पाए गए हैं।
छाती और हाथों में गंभीर चोटें
पीएम रिपोर्ट में बताया गया है कि सलमा के शरीर पर सबसे गंभीर चोट दाहिनी छाती में पाई गई है। इसके अलावा दोनों हाथों में भी स्पष्ट रूप से चोट के निशान देखे गए हैं।
दाहिने कंधे से करीब 5 सेंटीमीटर नीचे, सीने पर 2.5 सेंटीमीटर लंबा और 2 सेंटीमीटर चौड़ा घाव मिला।
दाहिने हाथ के ऊपरी हिस्से में 4 सेंटीमीटर लंबा और 3 सेंटीमीटर चौड़ा चोट का निशान देखा गया।
वहीं, दाहिने कंधे से लगभग 5 सेंटीमीटर नीचे, भुजा पर 6 सेंटीमीटर लंबा और 4 सेंटीमीटर चौड़ा चोट का गहरा निशान भी रिपोर्ट में दर्ज किया गया है।
मुंह में एसिड से जलने के निशान
पीएम के दौरान मौजूद मृतका के भाई रागिब और मौलाना शमशाद रजा ने आरोप लगाया कि डॉक्टरों ने सलमा के चेहरे पर एसिड से जलने के निशान की भी पुष्टि की है। मुंह के अंदर गंभीर जलन देखी गई, जिससे आशंका जताई जा रही है कि सलमा की मौत में एसिड का भी उपयोग किया गया हो सकता है।
बिसरा प्रिजर्व कर भेजा गया जांच के लिए
मामले की गंभीरता को देखते हुए डॉक्टरों की टीम ने सलमा का बिसरा (आंतरिक अंगों का नमूना) जांच के लिए संरक्षित कर लैब भेजा है। इससे मौत के कारणों को और अधिक स्पष्ट रूप से समझा जा सकेगा।
कब्र से निकाला गया शव, डॉक्टरों की विशेष टीम ने किया पोस्टमार्टम
गौरतलब है कि 26 जुलाई को रामपुर प्रशासन ने सलमा के शव को कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम कराया था। इस दौरान तीन डॉक्टरों – एमओ डॉ. फारूख अहमद, डॉ. अजय कुमार और एलएमओ डॉ. अंजू सिंह – की टीम ने मेडिकल जांच की।
परिजनों को नहीं मिल रहा न्याय
मृतका के भाई रागिब ने बताया कि वे शनिवार को सिविल लाइन थाने के टीआई से मिले थे लेकिन उन्हें यह कहकर लौटा दिया गया कि कार्रवाई नियमों के अनुसार ही की जाएगी। इसके बाद सोमवार को रागिब और मौलाना शमशाद रजा ने कलेक्टर से मिलकर पूरे मामले की शिकायत की है।
पुलिस की प्रतिक्रिया
इस मामले में जब एसएसपी से प्रतिक्रिया ली गई, तो उन्होंने कहा कि जैसे ही पीएम रिपोर्ट विधिवत तरीके से प्राप्त होती है, मामले में उचित धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की जाएगी।
क्या यह आत्महत्या है या हत्या?
सलमा की मौत को अब तक आत्महत्या बताया जा रहा था, लेकिन पीएम रिपोर्ट के खुलासों के बाद यह मामला हत्या की ओर इशारा कर रहा है। शरीर पर चोट के निशान, चेहरे पर एसिड के जलन के संकेत और बिसरा जांच ने मामले को पूरी तरह से नया मोड़ दे दिया है।
परिजनों की मांग – हो निष्पक्ष जांच
परिजनों का कहना है कि इस मामले में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। अब सबकी निगाहें पुलिस की कार्रवाई और फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट पर टिकी हुई हैं।
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