तेज रफ्तार कार के चालक ने गुटखा थूकने के लिए खोला दरवाजा और…- भारत संपर्क



कभी-कभी इंसान अपनी मौत को स्वयं आमंत्रित करता है। चकरभाठा में रहने वाले 31 वर्षीय कपड़ा व्यापारी जैकी गेही ने भी फोन कर अपनी मौत को बुलाया था। घटना रविवार रात की है ।
जैकी संडे की रात पार्टी करने पैट्रिशियन बार आया था। रात करीब 1:30 बजे वह बार से बाहर निकला तो अपने दोस्त चकरभाठा के ही रहने वाले 34 वर्षीय आकाश चंदानी को फोन कर खुद को ले जाने के लिए बुलाया। आकाश के घर के पास ही उनका एक और दोस्त पंकज मौजूद था। आकाश और पंकज इनोवा लेकर जैकी को लेने पहुंचे। आकाश गाड़ी चला रहा था। पंकज उसके बगल में बैठा था और जैकी पीछे बैठा था।

बिलासपुर से चकरभाठा लौटने के दौरान नेशनल हाईवे पर गाड़ी की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक बढ़ गई। हाई कोर्ट से ठीक पहले गुरु नानक ढाबा के पास आकाश ने गाड़ी चलाते हुए गुटखा थूकने के लिए लापरवाही से कार का दरवाजा खोला और इस दौरान वह गाड़ी पर नियंत्रण खो बैठा, जिसके कारण कार अनियंत्रित होकर पहले तो डिवाइडर से टकराई और फिर तीन बार पलट गई। ड्राइवर साइड का दरवाजा पहले से खुला था। कार पलटने से पीछे का दरवाजा भी खुल गया, जिस वजह से सामने से आकाश और पीछे से जैकी कार से बाहर छिटक कर गिर पड़े। जैकी सड़क किनारे मौजूद एक खंभे से टकराया कुछ ही पल में उसकी वही मौत हो गई, तो वही आकाश भी गंभीर रूप से घायल हो गया। पंकज कार से बाहर नहीं निकल पाया। कुछ देर बाद कार के एयरबैग खुल गए और उसे साधारण चोट लगी ।
आकाश को इलाज के लिए सिम्स और फिर अपोलो में भर्ती किया गया है।

इनोवा कार की रफ्तार इतनी तेज थी कि कई बार पलटने के बाद घूम कर वह ढाबे के सामने खड़ी है दूसरी कार से जा टकराई।
खास बात यह है कि कार में सवार तीनों ही जिगरी दोस्त थे, जिनका हमेशा का साथ था, लेकिन जरा सी लापरवाही की वजह से एक दोस्त की जान चली गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार युवक नशे में थे, जिस कारण से यह हादसा हुआ। कई लोग कार चलाने के दौरान गुटका या पान थूकने के लिए दरवाजा खोल देते हैं, यह हादसे की वजह बन सकती है। शराब- गुटका जानलेवा है, यह बात एक बार फिर से सही साबित हुई। अगर इन लोगों ने सीट बेल्ट लगाया होता तो शायद उनकी जान बच जाती, लेकिन उन्होंने इसकी भी अनदेखी की। अत्यधिक रफ्तार भी एक वजह बनी।
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