स्टेडियम पर भारी वाहनों के कारण आवागन हो रहा प्रभावित- भारत संपर्क
स्टेडियम पर भारी वाहनों के कारण आवागन हो रहा प्रभावित
कोरबा। सडक़ पर भारी वाहनों की अवैध पार्किंग की वजह से अब स्टेडियम के खेल प्रेमियों की संख्या कम हो गई है। सुबह और शाम को वॉक करने वाले लोगों ने भी अपना रूख बदल लिया है। धीरे-धीरे स्टेडियम परिसर में वीरानी छाने लगी है। टीपीनगर स्थित इंदिरा स्टेडियम में कुछ साल पहले तक सुबह और शाम खेलने वाले, रोजाना अलग-अलग खेलकूद के लिए प्रैक्टिस करने वालों के साथ पैदल घुमने वालों की भीड़ रहती थी। स्टेडियम के भीतर के साथ-साथ बाहर ग्राउंड में भी क्रिकेट खेलने वालों की अच्छी खासी तदाद रहती थी। लेकिन भारी वाहनों की अवैध पार्किंग और उड़ती धूल के साथ दुर्घटना की आंशका को देखते हुए अब लोग स्टेडियम की बजाएं किसी दूसरी जगह जाने लगे हैं। दरअसल 3 साल पहले स्टेडियम से मार्निंग वॉक कर घर लौट रहे बुजुर्ग को एक ट्रेलर ने रौंद दिया था। वहीं कुछ महीने 15 ब्लॉक की एक किशोरी स्कूल जाते समय इसी सडक़ पर दुर्घटना का शिकार हो गई थी। उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई थी। लगातार दुर्घटना होते देख अब लोग स्टेडियम जाने की बजाएं दूसरी ग्राउंड जा रहे हैं। स्टेडियम जाने वाले तीनों मुख्य मार्गों के आलावा परिसर के मुख्य द्वार के सामने तरफ भी भारी वाहनों को बेतरतीब खड़ी कर दी जाती है। कई बार निगम के टीपीनगर जोन कर्मियों को गाडिय़ों को हटाने काफी मशक्कत करनी पड़ती है। रात के समय अक्सर भारी वाहन स्टेडियम परिसर के भीतर खड़ी कर दी जाती है।
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ट्रैफिक पुलिस की कार्रवाई सिर्फ खानापूर्ति तक
ट्रैफिक पुलिस की कार्यवाई सिर्फ खानापूर्ति तक ही सीमित रहती है। मुख्य मार्ग पर भारी वाहनों की अवैध पार्किंग को नियमित रूप से हटाने के लिए ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। महीने में एकाक बार कुछ गाडिय़ों पर कार्यवाई कर दी जाती है।