यातायात पुलिस ने आयोजित किया निशुल्क स्वास्थ्य शिविर,…- भारत संपर्क



बिलासपुर, 13 जुलाई 2025
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के दिशा-निर्देश और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (यातायात) रामगोपाल करियारे के नेतृत्व में आज बिलासपुर पुलिस द्वारा “एक दिवसीय निशुल्क स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिविर” का भव्य आयोजन चेतना भवन, रक्षित केंद्र परिसर में किया गया। इस शिविर में विशेष रूप से यातायात पुलिस के अधिकारियों, कर्मचारियों एवं उनके परिवारजनों के लिए स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई गई।
इस जनकल्याणकारी शिविर में देशभर से ख्यातिलब्ध त्वचा रोग विशेषज्ञों की टीम ने अपनी सेवाएं प्रदान कीं। शिविर का उद्देश्य पुलिस बल और उनके परिजनों को नियमित ड्यूटी और अनियमित दिनचर्या के कारण उत्पन्न होने वाली त्वचा एवं अन्य स्वास्थ्य संबंधी व्याधियों से राहत दिलाना था। इस अवसर पर मुंबई एवं नगरीय क्षेत्र से आए विशेषज्ञ चिकित्सकों ने मानवीय सेवा का उदाहरण प्रस्तुत किया।

मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री रजनेश सिंह ने शिविर को संबोधित करते हुए कहा, “चिकित्सा सेवा, पुलिस सेवा की तरह ही मानव सेवा का एक उत्कृष्ट माध्यम है। ऐसे आयोजन पुलिस कर्मचारियों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में अत्यंत सहायक सिद्ध होते हैं।” उन्होंने सभी चिकित्सकों एवं दवाएं उपलब्ध कराने वाले मेडिकल प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया।
शिविर में इंडियन एसोसिएशन ऑफ डर्मेटोलॉजिस्ट्स, वेनेरोलॉजिस्ट्स एंड लेप्रोलॉजिस्ट्स (IADVL) छत्तीसगढ़ के सहयोग से विविध प्रकार की त्वचा एवं अन्य बीमारियों का परीक्षण कर आवश्यक परामर्श और दवाओं का नि:शुल्क वितरण किया गया।
इस शिविर में अपनी सेवाएँ देने वाले प्रमुख चिकित्सकों में शामिल थे:
डॉ. दीपक सरकार, डॉ. जे.पी. स्वैन, डॉ. संतोष अग्रवाल, डॉ. कल्पना लूथरा, डॉ. अदिति बंसल दुबे, डॉ. भव्या स्वर्णकार, डॉ. मंजीत गुप्ता, डॉ. संगीता सिंह, डॉ. शिल्पी लकड़ा, डॉ. डेनिस हेनरी एवं डॉ. पारुल जेमनानी।

वरिष्ठ त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. मोहन गुप्ता और डॉ. डेविड हेनरी ने शिविर को मार्गदर्शन प्रदान किया। इसके साथ ही IADVL छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष डॉ. अजय पांडे एवं सचिव डॉ. डेनियल हेनरी की भूमिका इस जनस्वास्थ्य अभियान को सफल बनाने में अत्यंत सराहनीय रही।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामगोपाल करियारे ने बताया कि इस शिविर से पुलिस कर्मचारियों के साथ-साथ उनके परिजनों को भी लाभ मिला है, जो अकसर अनियमित दिनचर्या के कारण स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से जूझते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन विभागीय परिवार की सेहत के प्रति गंभीरता और संवेदनशीलता को दर्शाते हैं।
समापन अवसर पर पुलिस विभाग की ओर से सभी चिकित्सकों को स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया।
चेतना भवन में हुए इस शिविर ने एक बार फिर यह सिद्ध किया कि यह स्थान न केवल स्वास्थ्य सेवाओं बल्कि सामाजिक जागरूकता और जनहित के कार्यक्रमों का भी प्रमुख केंद्र बनता जा रहा है।
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