ट्रंप की ‘गाजा डील’ को हमास का समर्थन, इजराइली बंधकों की रिहाई समेत कई मुद्दों पर बनी… – भारत संपर्क


गाजा पर अमेरिका का प्रस्ताव.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अल्टीमेटम के बाद गाजा प्रस्ताव पर हमास ने शुक्रवार को सकारात्मक रुख दिखाया है. हमास ने संकेत दिया कि वह मध्यस्थता बातचीत में शामिल होने के लिए तैयार है, ताकि बंधकों की रिहाई और अन्य शर्तों पर विस्तार से चर्चा हो सके. हमास ने कहा कि उसने गाजा पट्टी में युद्ध खत्म करने की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की योजना के कुछ हिस्सों को स्वीकार कर लिया है, जिसमें सत्ता छोड़ना और सभी शेष बंधकों को रिहा करना शामिल है, लेकिन अन्य पहलुओं पर फिलिस्तीनियों के साथ और विचार-विमर्श की आवश्यकता है.
यह बयान ट्रंप के उस बयान के कुछ घंटों बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि हमास को रविवार शाम तक इस समझौते पर सहमत होना होगा. इससे 7 अक्टूबर को इजराइल पर हुए हमले से शुरू हुए युद्ध के लगभग दो साल बाद और भी बड़े सैन्य हमले का खतरा पैदा हो गया. हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि अमेरिका और इजराइल आंशिक स्वीकृति पर क्या प्रतिक्रिया देंगे.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दिया अल्टीमेटम
बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को दो टूक कहा था कि अगर हमास गाजा पट्टी के लिए प्रस्तावित शांति समझौते पर रविवार शाम छह बजे तक सहमत नहीं होता है, तो चरमपंथी समूह को और अधिक हमलों का सामना करना पड़ेगा. ट्रंप सात अक्टूबर को इजराइल-हमास युद्ध के दो साल पूरे होने से पहले लड़ाई खत्म करवाने और दर्जनों बंधकों की वापसी सुनिश्चित करने के अपने वादे को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध नजर आ रहे हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से गाजा पट्टी में शांति बहाली के लिए पेश की गई योजना को इजराइल ने स्वीकार कर लिया है, वहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इसका स्वागत किया गया है. लेकिन मिस्र और कतर जैसे प्रमुख मध्यस्थों और हमास के एक शीर्ष नेता ने कहा है कि कुछ पहलुओं पर और बातचीत किए जाने की जरूरत है. हालांकि, उन्होंने इस बारे में विस्तार से कुछ नहीं बताया है.
पश्चिम एशिया में कायम होगी शांति
ट्रंप ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा था कि, हमास के साथ रविवार शाम छह बजे (वाशिंगटन डीसी के समयानुसार) तक समझौता हो जाना चाहिए. उन्होंने लिखा, हर देश ने इस पर हस्ताक्षर कर दिए हैं! अगर समझौते के इस आखिरी मौके में सफलता नहीं मिलती है, तो हमास पर ऐसा कहर टूटेगा, जैसा पहले कभी नहीं देखा गया. पश्चिम एशिया में किसी न किसी तरह से शांति कायम की जाएगी.
गाजा पट्टी में युद्ध खत्म करने की योजना पेश
ट्रंप ने इस हफ्ते की शुरुआत में इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ हुई बातचीत के बाद गाजा पट्टी में युद्ध खत्म करने के लिए एक योजना पेश की थी. इस योजना के तहत इजराइल और हमास की सहमति के बाद युद्ध तत्काल खत्म हो जाएगा तथा हमास इजराइली बंधकों (जीवित और मृत दोनों) को, जबकि इजराइल फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा.
क्या है ट्रंप का गाजा पीस प्लान?
इसके तहत, जो हमास सदस्य शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व को स्वीकार करेंगे और अपने हथियार त्यागेंगे, उन्हें माफी दी जाएगी. वहीं, जो सदस्य गाजा छोड़ना चाहेंगे, उन्हें सुरक्षित निकासी दी जाएगी. समझौते के तहत गाजा में तुरंत पूर्ण मानवीय सहायता भेजी जाएगी, जिसमें आधारभूत ढांचे का पुनर्निर्माण भी शामिल होगा. इसके तहत, किसी को गाजा छोड़ने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा, और जो लोग जाना या लौटना चाहें, उन्हें ऐसे करने की छूट दी जाएगी.
बोर्ड ऑफ पीस करेगा निगरानी
समझौते के तहत, गाजा का प्रशासन एक अस्थायी, तकनीकी और गैर-राजनीतिक फिलिस्तीनी निकाय को सौंपा जाएगा, जिसकी निगरानी बोर्ड ऑफ पीस करेगा. इस निकाय के अध्यक्ष राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप होंगे और इसमें पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर सहित अन्य वैश्विक नेता सदस्य बनाए जाएंगे.
गाजा किसी के लिए खतरा नहीं बनेगा
समझौते के तहत, क्षेत्रीय साझेदार गारंटी देंगे कि हमास और अन्य गुट इस समझौते का उल्लंघन नहीं करेंगे और गाजा किसी के लिए खतरा नहीं बनेगा. इसके तहत, अमेरिका, अरब देशों और अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ मिलकर गाजा में एक अंतरराष्ट्रीय स्थिरीकरण बल (आईएसएफ) तैनात करेगा, जो स्थानीय फिलिस्तीनी पुलिस बलों को प्रशिक्षित करेगा और सुरक्षा बनाए रखेगा.
इजराइल गाजा पर कब्जा नहीं करेगा
योजना में कहा गया है कि इजराइल गाजा पर कब्जा नहीं करेगा और न ही उसे अपना हिस्सा बनाएगा. आईएसएफ द्वारा स्थिरता सुनिश्चित किए जाने के बाद, इजराइली रक्षा बल (आईडीएफ) चरणबद्ध रूप से क्षेत्र से हटेंगे, सिवाय उन सीमावर्ती इलाकों के जो अंतिम सुरक्षा सुनिश्चित होने तक नियंत्रण में रहेंगे.