बारिश होने पर जर्जर अटल आवासों में टपक रहा पानी, प्लास्टर…- भारत संपर्क
बारिश होने पर जर्जर अटल आवासों में टपक रहा पानी, प्लास्टर गिर रहा, कई दीवारों में आई दरार
कोरबा। वर्तमान में बारिश का मौसम है। हल्की बारिश होने की वजह से पंप हाउस अटल आवासों के जर्जर छत व दीवाल से होकर पानी घरों में गिर रही है। घर और आंगन के फर्श गीला हो जाता है। पानी से सुरक्षा के लिए मजबूरी में अधिकांश लोगों ने छत व दीवाल पर प्लास्टिक लगाए हुए हैं। ताकि बारिश का पानी घरों में नहीं गिरे। यह स्थित रात के समय और बढ़ जाती है। बारिश तेज होने पर कई बार मकान में रखे कपड़े, बिस्तर सहित अन्य सामान गीले जाते हैं। इससे काफी नुकसानी का सामना करना पड़ रहा है। नगर निगम क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 14 के पंप हाउस में अटल आवास है। इस आवास की हालत अत्यंत जर्जर हो चुकी है। छत से प्लास्टर गिर रहा है, कई दीवारों में दरार पड़ चुकी है। छज्जा टूटकर गिरने लगा है। इससे मकान व आसपास में रहने वाले लोगों में हादसे का भय है। बताया जा रहा है कि कुछ माह पहले ठेकेदार ने अटल आवास के मरम्मत का कार्य शुरू किया गया था। लेकिन ठेकेदार ने काम पूरा नहीं किया। आधे हिस्से मकानों का मरम्मत किया गया है। लेकिन आधे से ज्यादा मकानों की स्थिति मरम्मत के अभाव में जर्जर हो चुकी है। लोगों ने इस संबंध में अफसर व जनप्रतिनिधियों के समक्ष अपनी परेशानी से अवगत कराया है। लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इस कारण लोगों में नाराजगी है। लोगों का कहना है कि आवास में रहने वाले इतने सक्षम नहीं है कि खुद से मरम्मत करा सके। यही स्थिति रही तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। इसके पहले भी कई बार घटनाएं भी घट चुकी है। लेकिन विभागीय अफसर इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। अटल आवास के नल में पर्याप्त पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है। कभी 15 तो कभी 30 मिनट तक ही पानी आता है। इससे पेयजल और निस्तारी के लिए काफी परेशानी हो रही है। पानी के लिए स्कूल या फिर एसईसीएल कॉलोनी के पास जाना पड़ रहा है।
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आधे हिस्से की ही हुई मरम्मत
स्थानीय लोगों ने बताया कि अटल आवास की स्थिति अत्यंत जर्जर हो चुकी है। नगर निगम की ओर से हाल ही में मरम्मत का काम शुरू किया गया था, लेकिन ठेकेदार ने आधे हिस्से मकानों का मरम्मत किया है। इससे मकानों की स्थिति जस की तस बनी हुई है। अटल आवास के जर्जर की स्थिति की समस्या से विभाग को कई बार जानकारी दी गई है। हर बार आश्वासन दिया जाता है। लेकिन मरम्मत का काम शुरू नहीं किया गया। अब बारिश का मौसम शुरू हो गया है।